समाज को स्वस्थ रखने में आशा महत्वपूर्ण कड़ी
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन में आशा बहु
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन में आशा बहुएं महत्वपूर्ण कड़ी हैं। अकबरपुर डिग्री कालेज में आयोजित आशा सम्मेलन में वक्ताओं और अफसरों ने शासन द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी। इस मौके पर सराहनीय कार्य करने वाली 30 आशाओं व तीन आशा संगिनी को सम्मानित किया गया।
अकबरपुर डिग्री कालेज में आयोजित आशा सम्मेलन का सांसद देवेंद्र ¨सह भोले व विधायक प्रतिभा शुक्ला ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुभारंभ कराया। सांसद ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित योजनाओं, नियमित टीकाकरण, जननी सुरक्षा योजना समेत मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने में आशा कर्मियों की महती भूमिका है। विधायक प्रतिभा शुक्ला ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों की जानकारी संबंधी पंपलेट बंटवाने, बारिश के बाद जलभराव से होने वाली बीमारियों की जानकारी आशाओं के माध्यम से हासिल कर त्वरित उपचार की व्यवस्था तथा योजनाओं का प्रचार प्रसार कराने पर जोर दिया। डीएम राकेश कुमार ¨सह ने लाभकारी योजनाओं की जानकारी लोगों को उपलब्ध कराने तथा स्वच्छता कार्यक्रम के प्रचार प्रसार का आह्वान किया। सीएमओ डा. हीरा ¨सह व एसीएमओ डा. वीपी ¨सह ने आशाओं से गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण से लेकर सुरक्षित प्रसव तक देखभाल का काम बखूबी निर्वहन करने की अपील। इस मौके पर डिप्टी सीएमओ डा. महेन्द्र जतारया, डा. एपी वर्मा, राजेंद्र सोनी, ए. रहमान, अजय कुमार, रत्नेश आदि मौजूद रहे। तीन आशा संगिनी व 30 आशाएं हुई सम्मानित
इस मौके पर आशा संगिनी सरवनखेड़ा की वंदना को प्रथम, अमरौधा की सीमा देवी को द्वितीय व मैथा की बीना त्रिपाठी को तृतीय पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। एसीएमओ डा. वीपी ¨सह ने बताया कि प्रथम पुरस्कार में पांच हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार दो हजार रुपये तथा तृतीय पुरस्कार में एक हजार रुपये की धनराशि विजेताओं के खाते में भेजी गई है। लंच को लेकर मारामारी
अकबरपुर डिग्री कालेज में आयोजित आशा सम्मेलन में शुक्रवार को भोजन वितरण के दौरान अव्यवस्था का आलम दिखा। आमंत्रित आशाओं के अलावा बड़ी संख्या में अनाहूत आशाओं व उनके परिजनों व रिश्तेदारों के साथ सम्मेलन में पहुंचने से अफरा तफरी की स्थिति बन गई। सम्मेलन में लंच पैकेट वितरण के दौरान आशाओं के साथ आए परिजनों द्वारा छीना झपटी शुरू करने से लंच हासिल करने के दौरान मारामारी की स्थित बन गई। इससे कई आशाओं को लंच पैकेट उपलब्ध नहीं हो सका।