होली पर घर आना था पर आई मौत की खबर
संवादसूत्र रूरा (कानपुर देहात) रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) में मेरठ में तैनात राधेश्याम ने हो
संवादसूत्र, रूरा (कानपुर देहात) : रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) में मेरठ में तैनात राधेश्याम ने होली पर घर आने का वादा किया था, वह तो नहीं आए लेकिन शुक्रवार को उनकी मौत की खबर घर पहुंची। घटना की सूचना से घर में कोहराम मच गया। परिवारीजन फौरन मेरठ के लिए रवाना हो गए। इधर त्योहार पर इस दुखद जानकारी के बाद गांव में भी सन्नाटा पसर गया। हर कोई स्तब्ध था और किसी को इस पर सहज यकीन नहीं आ रहा था।
अडरेपुर्वा गांव निवासी रामगोपाल के पुत्र राधेश्याम संखवार आरएएफ की 1994 बटालियन में कार्यरत थे। वर्तमान में उनकी तैनाती मेरठ में थी। फोन पर हुई बातचीत में पिता ने बताया कि बेटे को होली पर छुट्टी में आना था पर किन्हीं कारणवश नहीं आ सका। शुक्रवार सुबह आरएफ की ओर से फोन आया कि राधेश्याम ने खुदकशी कर ली है। सूचना पाते ही उनकी मां रामप्यारी बेहोश हो गईं। पत्नी राममूर्ति बार-बार यही कह रही थी कि होली पर आने का वादा किया था। यह क्या हो गया। सभी इस सूचना पर विश्वास नहीं कर पा रहे थे। पिता, मां, पत्नी के अलावा बेटी आकांक्षा, नेहा, नैंसी व पुत्र शिवम् मेरठ के लिए रवाना हो गए।
घर के बाहर लगी भीड़
गांव में खबर फैली तो उनके घर के बाहर भीड़ लग गई। पड़ोसी पुतानी यादव ने बताया कि रामगोपाल के तीन संतानों में राधेश्याम सबसे बड़े पुत्र थे। उनकी शादी करीब 20 साल पहले हुई थी। राधेश्याम और उनके भाइयों के बीच तीन बीघा खेती है।
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छोटे भाई ने भी फांसी लगाकर दी थी जान
बताते हैं राधेश्याम के छोटे भाई राजेश ने भी दो साल सिकंदराबाद में फांसी के फंदे पर लटककर जान दे दी थी। वह किसी प्राइवेट कंपनी में काम करता था। रामगोपाल के तीन पुत्रों में सबसे छोटा पुत्र लल्ला है। इस घटना ने परिवार को बड़ा सदमा दे दिया।