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ठेकाकर्मियों की लापरवाही से हाईवे की व्यवस्था धड़ाम

सर्विस लेन पर जलभराव व किनारों पर उग रही ंझाड़ियां नहीं लगाए गए हाईवे कट पर रिफ्लेक्टर

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Aug 2019 12:27 AM (IST)Updated: Sun, 25 Aug 2019 06:23 AM (IST)
ठेकाकर्मियों की लापरवाही से हाईवे की व्यवस्था धड़ाम
ठेकाकर्मियों की लापरवाही से हाईवे की व्यवस्था धड़ाम

संवाद सूत्र, मुंगीसापुर: राष्ट्रीय राजमार्ग इटावा-चकेरी कानपुर की निर्माणदायी संस्था ने अनुरक्षण के लिए ठेके आवंटित किए हैं। इसमें ग्रीन बेल्ट की देखरेख, सोलर रिफलेक्टर लगाने, साफ सफाई के अलावा लाइटों की मरम्मत का काम संभाले ठेकेदार केवल औपचारिता कर रहे हैं। इससे जलभराव की स्थिति है तो कई स्थानों पर झाड़ियां उग गई हैं।

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हाईवे निर्माण व अनुरक्षण की जिम्मेदारी निर्माणदायी संस्था की होती है। लागत व अनुरक्षण मे आने वाले खर्च की भरपाई के तहत वाहनों से टोल टैक्स वसूला जा रहा है। ठेकेदारों द्वारा लापरवाही बरतने से सर्विसलेन व अंडरपास के नीचे गंदगी फैली हुई है। कई जगहों पर साफ सफाई न होने से सर्विस लेन पर जलभराव हो जाता है। जिससे आवागमन में लोगों को समस्या होती हैं। साफ सफाई की ठेकेदारी कर रहे ठेकेदार द्वारा हाईवे पर कभी कभार साफ सफाई कर इतिश्री कर ली जाती है। जबकि सर्विस लेन पर सफाई नहीं होती है। सिकंदरा से अकबरपुर के मध्य कई जगहों की सर्विस लेन पर बड़ी-बड़ी घास व गंदगी देखने को मिलेगी। वही ग्रीन बेल्ट पर पानी के छिड़काव में लापरवाही बरती जाती है। फिलहाल बारिश का मौसम होने के कारण ग्रीन बेल्ट हरी-भरी दिख रही है। कुछ जगहों पर हाईवे के मध्य डायवर्जन डिवाइडरों पर सोलर रिफ्लेक्टर न लगे होने से वाहन चालकों को डिवाइडर न दिखाई देने से दुर्घटनाएं होती रहती हैं। वहीं डेंजर जोन में सुमार मवई मुक्ता के ओवर ब्रिज के पास नहर पुल के डिवाइडर पर दुर्घटनाओं में लोग घायल होने के अलावा जान भी गवां चुके हैं। अलबत्ता वहां तथा भड़पुरा मोड के पास सोलर रिफ्लेक्टर चोरी होने के बाद दोबारा अभी तक सोलर रिफ्लेक्टर नहीं लगाए जा सके है। दोनों जगहों पर रेडियम रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं जो रात में वाहन की हेडलाइट लगने पर दिखाई देते हैं। इसके अलावा ओवर ब्रिजों पर लगी लाइटें अक्सर खराब होती रहती हैं कस्बे में काफी संख्या में लाइटें बंद पड़ी हुई हैं। लापरवाही बरतने की वजह से लाइटें नहीं जल रही हैं, जिससे आम जनमानस के अलावा पिकेट पर लगी पुलिस को भी असुविधा होती है। लाइटों के जलने से पुलिस को क्राइम कंट्रोल में सुविधा मिलती है। निर्माणदायी संस्था के मेंटेनेंस इंचार्ज जेजे सिंह ने बताया कि संबंधित ठेकेदारों को जिम्मेदारी का निर्वहन करने हेतु निर्देशित किया गया है। लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जाएगी।


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