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गर्मी ने फिर ध्वस्त किया छह वर्षों का रिकार्ड

जागरण संवाददाता कानपुर देहात आसमान से बरस रही आग लोगों के लिए मुसीबत बन रही है। बुध

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 May 2019 07:46 PM (IST)Updated: Thu, 02 May 2019 06:21 AM (IST)
गर्मी ने फिर ध्वस्त किया छह वर्षों का रिकार्ड
गर्मी ने फिर ध्वस्त किया छह वर्षों का रिकार्ड

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: आसमान से बरस रही आग लोगों के लिए मुसीबत बन रही है। बुधवार को सूर्यदेव की तपिश ने पिछले दस वर्षों का रिकार्ड ध्वस्त कर दिया। इसके चलते अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं गर्म हवाओं के थपेड़ों की जलन लोगों को काफी परेशान करती रही।

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जिले में पिछले दो दिनों से 43 डिग्री पार चुके तापमान से जनजीवन प्रभावित होने लगा है। दिन में तपती रही धूप से बेहद गर्म हुए भवनों से निकलती धधक लोगों को शाम को भी चैन नहीं लेने दे रही थी। भवनों से निकलने वाली धधक के आगे पंखे और कूलर भी राहत दिलाने में नाकाम रहे। गर्म हवाओं के तेवर भी कड़क रहे, जिससे लोग लपट से खासे परेशान नजर आए। भीषण गर्मी का अहसास लोगों को पसीना पसीना कर गया। सूरज के कड़क तेवरों से लोग छांव ढूंढते नजर आए। सूर्यदेव के तेवर यूं ही कड़क रहे तो आने वाले दिनों में तापमान का स्तर और भी बढ़ सकता है। लोग गर्मी से बचने को तरह-तरह के जतन कर रहे है। शाम को जब तपन कुछ कम हुई और गर्म हवाओं के थपेड़ों की गति मंद पड़ी तो लोगों को कुछ राहत मिली। बुधवार को न्यूनतम 22.8. डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दक्षिण-पूर्वी हवाएं साढ़े तीन किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चली। पिछले दस वर्षों में 1 मई का तापमान

वर्ष अधिकतम तापमान (डिग्री से.)

2014 43.6

2015 37.6

2016 42.0

2017 37.4

2018 34.2

2019 43.6 गर्मी में बरतें विशेष सावधानी

- सूर्यदेव की तल्खी से चढ़ रहे तापमान में खास को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। संक्रामक रोग नोडल व डिप्टी सीएमओ डॉ. एपी वर्मा बताते हैं कि गर्मी के चलते डिहाईड्रेशन होने से अधिक प्यास लगना, मुंह और ओंठ सूखना, लगातार थकान महसूस करना, मूत्र विसर्जन पीले रंग सहित अन्य लक्षण होते हैं। इससे बचाव के लिए हर रोज आठ लीटर पानी पूरे दिन में पीएं। विटामिन व प्रोटीन युक्त फलों का सेवन करें तथा हल्के खाने की डायट के साथ हरी सब्जी का सेवन करें। भोजन में सलाद का बहुतायत में प्रयोग करें।


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