सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त, मरीज त्रस्त
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की जनपद में पिछले दस दिनों से चल रही
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की जनपद में पिछले दस दिनों से चल रही हड़ताल का व्यापक असर स्वास्थ्य सेवाओं पर हो रहा है। संयुक्त जिला अस्पताल स्थित क्षय रोग नियंत्रण कक्ष में ताला लटकने से मरीजों के बलगम की जांच नहीं हो पा रही है। वहीं आयुष ¨वग में भी हड़ताल के बाद से ओपीडी ठप है। इससे उनकी जान पर आफत बन रही है।
सीएमओ कार्यालय, संयुक्त जिला अस्पताल, सभी सीएचसी, पीएचसी व न्यू पीएचसी पर तैनात संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के तत्वावधान में चार सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले दस दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हैं। इससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं और लोग इलाज व जांच कराने के लिए दर-दर भटकने के लिए मजबूर हो रहे हैं। बुधवार को संयुक्त जिला अस्पताल स्थित पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम प्रयोगशाला में ताला लटकता रहा और यहां पर तैनात तीन संविदा कर्मी नदारद दिखे। टीवी रोग की जांच कराने के लिए पहुंचे मरीज काफी देर तक इंतजार करते रहे। कर्मियों के दोपहर तक न आने के कारण उन्हें बैरंग लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। मरीज रामकिशन, आशा देवी आदि ने बताया कि टीवी के लक्षण होने के कारण वह सुबह से बलगम की जांच कराने के लिए इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कक्ष का ताला न खुलने के कारण जांच नहीं हो पा रही है। इसी तरह परिसर में स्थित आयुष ¨वग की ओपीडी भी हड़ताल के बाद से ठप चल रही है। यहां आने वाले बड़ी संख्या में मरीजों को हर रोज बैरंग लौटने के लिए मजबूर होना पड़ता है। इंसेट)
डाटस केंद्र पर जांच के लिए सभी संविदा कर्मियों की तैनाती है। हड़ताल के कारण कार्य बाधित है। इस बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। -डा. जीएस चौहान (नोडल क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम)