गिले शिकवे भुला छह जोड़े संग रहने को हुए रजामंद
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: माती-पुलिस लाइन सभागार में शनिवार को ऐच्छिक ब्यूरो की सुन
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: माती-पुलिस लाइन सभागार में शनिवार को ऐच्छिक ब्यूरो की सुनवाई में सुलह समझौते के आधार पर छह दंपती गिले शिकवे भुलाकर संग रहने को रजामंद हो गए। 48 मामलों में कोई पक्ष यहां सुनवाई के लिए नहीं पहुंचा जिस पर नोटिस जारी की गई।
महिला थाना एसओ दुर्गा धीमान की अध्यक्षता में एसआइ शाहजहां बेगम व सदस्य कंचन मिश्र, आरपी यादव आदि की मौजूदगी में दिवस में पारिवारिक विवादों की सुनवाई हुई। ऐच्छिक ब्यूरो में कुल 107 मामले सुनवाई के लिए लगाए गए। इसमें 48 प्रकरणों में दोनों पक्ष अनुपस्थित रहे। केवल 7 प्रकरणों में दोनों पक्ष आए। 40 मामलों में एक पक्ष पहुंचा जिससे सुनवाई नहीं हो सकी। सुलह समझौते के आधार चतेला, कदौरा जालौन की उर्मिला बढ़इनपुरवा, रूरा निवासी पति प्रमोद संग रहने को रजामंद हो गई। कंजरनडेरा, छाजा घाटमपुर की राखी ने मनमुटाव खत्म कर ब्रहमनगर, अकबरपुर निवासी पति महेंद्र संग रहने को रजामंदी दी। अमृतपुर कोयलानगर कानपुर की कल्पना ने कैलई, शिवली के पति नागेंद्र संग रहने की रजामंदी थी जिसपर दोनों के बीच समझौता हो गया। मंगलपुर की शीलू का संदलपुर के सोनू से समझौता हो गया। किसवा दरौली मूसानगर की ¨पकी यहीं के पति गुड्डन संग रहने को सहमत हो गईं। जबकि स्वरूपनगर, अकबरपुर की शालिनी का ¨सहुरा भावन निवासी पति सीताराम से समझौता हो गया।