पूर्व मर्चेट नेवी कर्मी के मासूम पुत्र की भी मौत
कानपुर के एक निजी अस्पताल में ली अंतिम सांस पत्नी की हत्या व मासूम बेटों को रॉड से घायल कर की थी खुदकशी
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : पुखरायां के गांधीनगर में पूर्व मर्चेंट नेवी कर्मी ने पत्नी की हत्या कर खुदकशी कर ली थी। उसके हमले में दोनों मासूम बेटे गंभीर रूप से घायल हुए थे। उन्हें कानपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार को छोटे बेटे की मौत हो गई। मासूम की मौत से दादा-दादी पर दु:ख का पहाड़ टूट पड़ा।
पुखरायां के गांधीनगर मोहल्ला में शनिवार देर रात मानसिक बीमार पूर्व मर्चेंट नेवी कर्मी दीपक यादव उर्फ दीपू ने लोहे की रॉड से ताबड़तोड़ प्रहार कर पत्नी रश्मी की हत्या कर दी थी। नेवी कर्मी ने पत्नी के बगल में सो रहे मासूम बेटे 10 वर्षीय मयंक और 4 वर्षीय हनी को भी रॉड मारकर लहूलुहान कर दिया था। इसके बाद उसने हाईवे पर अज्ञात वाहन के आगे कूदकर खुदकशी कर ली थी। घटना से स्वजन स्तब्ध रह गए थे। दोनों मासूमों को स्वजनों ने पहले एलएलआर अस्पताल कानपुर में भर्ती कराया था। बाद में उन्हें कानपुर के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। सोमवार सुबह इलाज के दौरान हनी की तबियत बिगड़ गई। कुछ देर में ही उसकी मौत हो गई। कानपुर नगर में पोस्टमार्टम के बाद शव उसके पैतृक निवास राजपुर थाना क्षेत्र के नबीपुर की मड़ैया गांव ले जाया गया। बड़ा बेटा मयंक मौत से जिदगी की जंग लड़ रहा है। शव नबीपुर पहुंचने पर दादा रामबिहारी, दादी संतोष, बुआ सोनी व सुमन व अन्य स्वजन बिलखते रहे। शाम को यमुना नदी के खरका घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। स्वजनों के पैतृक गांव चले जाने से पुखरायां के गांधीनगर स्थित घर पर गेट बंद रहा। घटना को लेकर पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसरा रहा।