डीएम की सख्ती के बाद जागे खाद्य अफसर, भरे 45 नमूने
जागरण संवाददाता कानपुर देहात अधिक मुनाफा कमाने
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : अधिक मुनाफा कमाने के लिए प्रतिष्ठान संचालक खाद्य वस्तुओं में मिलावटखोरी करने से नहीं चूक रहे हैं। वहीं विभाग की निष्क्रियता के कारण संचालकों के हौसले बुलंद हैं। जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र के सख्ती के बाद जागे खाद्य सुरक्षाधिकारियों ने मंगलवार को जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में अभियान चलाया। 45 खाद्य वस्तुओं के नमूने लिए और मोबाइल प्रयोगशाला वैन में तत्काल उनका परीक्षण भी किया गया।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन अधिकारियों की उदासीनता के कारण प्रतिष्ठान संचालक खाद्य वस्तुओं में मिलावटखोरी कर मुनाफा कमाने में लगे हैं। इसके साथ ही लोगों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं। खाद्य वस्तुओं में हो रही मिलावटखोरी पर लगाम लगाने के लिए जिलाधिकारी ने बैठक कर जिम्मेदार अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे। इसके बाद मंगलवार को टीम ने मोबाइल प्रयोगशाला वैन के माध्यम से मूसानगर व पुखरायां कस्बे में विशेष अभियान चलाया, जिसमें 45 वस्तुओं के नमूने लिए गए। मूसानगर कस्बे में संजय सिंह, प्रमोद किराना, सुदेश, महेश सिंह, नियाजुल, गुरुदेव, संजय कुमार सहित अन्य दुकानदारों के यहां से सरसों तेल, हल्दी-मिर्च पाउडर, मिठाई सहित 20 नमूने लिए। वहीं पुखरायां कस्बे में चलाए गए अभियान में सलीम, महेश चंद्र, शिव कुमार अशीष कुमार, संतोष कुमार, मनोज, राजेश, संदीप, अंगनू सेठ सहित अन्य प्रतिष्ठान संचालकों के यहां से मिठाई, चटनी, पनीर, अरहर-चना दाल के नमूने लिए साथ ही मोबाइल वैन प्रयोगशाला के माध्यम से तत्काल उनका परीक्षण भी किया गया, जिसमें मूसानगर निवासी प्रमोद के यहां से लिए गए अरहर दाल के नमूने में कीड़े मिले जबकि सुदेश के यहां से लिए गए नमकीन के नमूने में अखाद्य रंग मिले। वहीं पुखरायां में लिए गए नमूनों में पिस्ता, केसर व बूंदी में रंग की अधिक मात्रा मिली। इसके बाद आंगनबाड़ी केंद्र पातेपुर से मीठा दलिया का नमूना लिया गया। इस दौरान टीम में जिला अभिहित अधिकारी आरके गुप्ता, मुख्य खाद्य सुरक्षाधिकारी शैलेश दीक्षित, सुमांशु सचान, अनुराग सिंह, अतुल भाष्कर मौजूद रहे।