भंडारण निगम बनाएगा खाद्यान्न भंडार गृह
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : जिले में सरकारी खाद्यान्न भंडारण के लिए उत्तर प्रदेश राज्य
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : जिले में सरकारी खाद्यान्न भंडारण के लिए उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम गोदाम बनाने जा रहा है। 45 हजार मीट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम के लिए जरूरी 16 एकड़ भूमि जिला मुख्यालय के नजदीक तलाशी जा रही है।
सरकारी गोदाम में किसानों से क्रय किया गया अनाज सुरक्षित रखा जाता है। उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम के प्रदेश में 156 भंडारगृह संचालित हैं। मूल्य समर्थन योजना में क्रय किए गए गेहूं, धान आदि के भंडारण के लिए निगम का पुखरायां में 5760 मीट्रिक टन व जैनपुर में 28,900 मीट्रिक टन क्षमता का गोदाम है। बावजूद इसके क्रय किए गए खाद्यान्न को सुरक्षित रखने की दिक्कत है। पिछले दिनों मूल्य समर्थन योजना में क्रय किया गया गेहूं क्रय केंद्रों पर बारिश में भीग गया था। अनाज बर्बाद होने से रोकने के लिए क्रय एजेंसियों को भारी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं सीमित भंडारण क्षमता की वजह से किसानों को उपज बिक्री की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जानकारों के मुताबिक दो गोदामों में भंडारण क्षमता कम होने से दूसरे जिलों में खाद्यान्न भेजने में दिक्कत आती है। इसको लेकर भंडारण निगम ने 45,000 मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम निर्माण का फैसला लिया है। भंडारण निगम के निदेशक आलोक ¨सह ने जिला प्रशासन से16 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने को कहा है। मुख्यालय के नजदीक भूमि की तलाश की जा रही है।
''जिला मुख्यालय के पास भंडार गृह निर्माण के लिए तहसीलदार को भूमि तलाशने को कहा गया है। इसके बाद प्रस्ताव तैयार कर भेजा जाएगा। -आनंद कुमार ¨सह, एसडीएम अकबरपुर
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उपज बिक्री के लिए किया कई-कई दिन इंतजार
पिछले दिनों गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों का क्रय किया गेहूं सुरक्षित रखने का प्रबंध न होने की बड़ी समस्या रही। हालात ये बने कि गोदाम भरने से किसानों को उपज बिक्री के लिए कई दिन इंतजार करना पड़ा। कई किसान क्रय केंद्र पर खाद्यान्न की सुरक्षा में रात भर वहीं पड़े रहे। कई बार बारिश हुई तो क्रय केंद्र पर खुले में रखा क्रय किया गया व किसानों का बिक्री के लिए रखा गेहूं भीग गया था। बरौर क्षेत्र में एक क्रय केंद्र पर किसानों ने सांकेतिक खाद्यान्न जलाकर विरोध भी जताया था। अधिक क्षमता का खाद्यान्न भंडार गृह बनने से ये दिक्कतें दूर होंगी।