तूलिका से सजाएं पराली जलाने का नुकसान, पाएं इनाम
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : किसानों को पराली जलाने के नुकसान बताने का बीड़ा अब छात्रों
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : किसानों को पराली जलाने के नुकसान बताने का बीड़ा अब छात्रों को दिया गया है। किसानों को जागरूक करने के लिए तहसील स्तर पर एक अक्टूबर को छात्रों के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें छात्र तूलिका के जरिए किसानों को पराली जलन से होने वाले नुकसान बताएंगे। बेहतरीन तीन प्रतियोगियों को गांधी जयंती पर कृषि विभाग नकद पुरस्कार से सम्मानति करेगा।
पराली जलाने से खेत की उर्वरा शक्ति कमजोर होने व सांसों में घुलते जहर के बारे में बताने के लिए कृषि व माध्यमिक शिक्षा विभाग ने मिलकर पेंटिंग प्रतियोगिता का निर्णय लिया है। मंशा है कि छात्र-छात्राएं जागरूक होंगे तो उनके अभिभावक भी पराली जलाने की प्रवृत्ति त्याग देंगे। प्रतियोगिता कक्षा 9 से 12 के छात्र-छात्राओं के बीच होगी।
ये है पुरस्कार राशि
प्रथम विजेता को दस हजार, द्वितीय को 7500 और तृतीय विजेता को पांच हजार रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा 10 सबसे अच्छी पें¨टग करने वाले छात्रों को 26 से 28 अक्टूबर के बीच राज्य स्तर कृषि कुंभ में विशेष पुरस्कार भी मिलेगा। इसमें कुल पचास बेहतरीन पें¨टग कृषि कुंभ गैलरी में प्रदर्शित होंगी। मुआवजे की आस में जलाते हैं फसल
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पराली जलाने के अधिकांश मामले गर्मी में पाए हैं। जांच में यह भी आया कि कई बार किसान हार्वेस्टर से फसल कटाई कर मुआवजे के लिए पराली जलाकर अग्निशमन विभाग को आग की झूठी सूचना दे देते हैं।
पराली जलाने के नुकसान बताने के लिए पे¨टग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। डीआइओएस, जिला कृषि अधिकारी व एसडीएम को निर्देशित किया गया है।
-राकेश कुमार ¨सह, डीएम