भट्ठे पर श्रमिक की संदिग्ध हालात में मौत, हाईवे जाम
संवाद सहयोगी भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के चौरा गांव के पास स्थित एक ईट भट्ठे पर एक श्रमिक क
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : कोतवाली क्षेत्र के चौरा गांव के पास स्थित एक ईट भट्ठे पर एक श्रमिक की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई। मुआवजे की मांग को लेकर सोमवार को परिजनों ने पिपरी गांव के सामने हाईवे पर शव रखकर दो घंटे तक सड़क पर जाम लगाया।
पिपरी गांव निवासी विनोद कुमार (50) चौरा गांव के पास स्थित एक ईट भट्ठे पर श्रमिक का काम करता है। रविवार शाम विनोद की भट्ठा पर काम करते समय अचानक तबीयत बिगड़ गई। भट्ठा मालिक ने उसे एक निजी चिकित्सक के यहां भेजा, लेकिन रास्ते में श्रमिक की मौत हो गई। सूचना पर मृतक की पत्नी कमला देवी, पुत्र शीबू, शिशिर व अन्य परिजन चिकित्सक के यहां पहुंचे और भट्ठा मालिक से मुआवजे की मांग की। आनाकानी करने पर परिजन शव लेकर कोतवाली पहुंचे। इस पर भट्ठा मालिक ने सोमवार को सुबह मुआवजा देने का आश्वासन दिया तो परिजन शव लेकर गांव चले गए। सोमवार पूर्वाहन तक मुआवजा न मिलने पर परिजनों ने पिपरी गांव के सामने हाइवे पर शव रखकर जाम लगा दिया, जिससे हाईवे पर दोनो ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। सूचना पर कोतवाल भूपेंद्र सिंह राठी, इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह पुलिसबल लेकर मौके पर पहुंचे और भट्ठा मालिक को बुलाकर मुआवजा देने की बात तय कराई। इसके बाद जाम खुल सका। इस बीच करीब दो घंटे तक हाइवे पर जाम लगा रहा। कोतवाल ने बताया कि भट्ठा मालिक व श्रमिक के परिजनों के बीच मुआवजा की बात तय हो गई है। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया है, इसलिए मामले मे कोई कार्रवाई नहीं की गई। भट्ठा मालिक आशिक ने बताया कि श्रमिक की मौत हार्ट अटैक से होने की संभावना है फिर भी परिजनों को मुआवजा दिया गया है। जाम से बिलबिलाए लोग
सोमवार दोपहर पिपरी गांव के पास दो घंटे तक हाइवे पर जाम लगने से दोनो ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतार लगी रही। इसके चलते वाहनों में फंसे यात्री बिलबिला उठे। वहीं तेज धूप ने छोटे बच्चों व महिलाओं को बेचैन कर दिया। इसका फायदा आसपास के दुकानदारों ने उठाया और मनमाने दाम पर पानी की बिक्री की।