बेसहारा पशुओं पर अब मंडराने लगे मौत के बादल
बेसहारा पशुओं पर अब मंडराने लगे मौत के बादल
संवाद सूत्र, मुंगीसापुर: क्षेत्र के नंदपुर गांव में बेसहारा पशुओं के लिए शासन द्वारा बनाए गए अस्थाई पशु आश्रय केंद्र में पशुओं को सूखा चारा मिल रहा है। प्रधान ने बीते 15 अक्टूबर से धन आवंटित न होने के कारण निजी रूप से चारा व पानी के लिए व्यवस्था करने की बात कही है, जिससे पशुओं की देखभाल में लगे जिम्मेदार परेशान हैं। दूसरी तरफ कैद में पशुओं पर चारा सही न मिलने पर लगातार मौत के बादल मंडरा रहे हैं।
बेसहारा पशुओं के चलते जहां आम जनमानस परेशान हो रहा था साथ ही उनके हमले से लोग घायल हो रहे थे। वहीं किसानों की तैयार फसलों को निवाला बनाने के साथ ही अभी भी नष्ट कर रहे हैं। बेसहारा पशुओं से आम जनमानस व किसानों को राहत दिलाने के उद्देश्य से सरकार ने जगह-जगह अस्थाई गौ आश्रय केंद्र व कान्हा गोशालाओं का निर्माण कराया था। गोशालाओं का निर्माण होने के बाद काफी हद तक लोगों को राहत मिली है कितु पूर्णतया राहत न ही किसानों को है और न ही राहगीरों को है। डेरापुर विकासखंड के नंदपुर गांव में अस्थाई पशु आश्रय केंद्र का निर्माण कराया गया था। पशु आश्रय केंद्र मे 62 पशु मौजूद हैं। जहां समय-समय पर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जाता है। रविवार को खंड विकास अधिकारी बब्बन राय, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अटल सिंह, एडीओ पंचायत केके गौतम समेत अन्य ग्राम विकास अधिकारियों ने निरीक्षण कर इच्छुक पशुपालकों को गाय भी वितरित की थी। मौजूदा हालात यह है कि 15 अक्टूबर से आज तक धन निर्गत न किए जाने से 100 क्विंटल भूसा व पेयजल की व्यवस्था के लिए लगे जनरेटर के डीजल के लिए स्वयं जिम्मेदार लोग निजी तौर से खर्च कर रहे हैं। एडीओ पंचायत केके गौतम ने बताया कि 15 अक्टूबर से नंदपुर गोशाला के लिए धन निर्गत न किए जाने के कारण कई तरह की समस्याएं बनी हुई हैं।