इंसाफ मांगने गए प्रसूता के पति को सीएमओ ने झिड़का
पांच दिन से लगातार अधिकारियों के चक्कर काट करा पीड़ित सीएचसी प्रभारी पहले ही जांच न करने की बात कर अलग हो चुके
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: रविवार को अकबरपुर सीएचसी स्टाफ की लापरवाही से एक प्रसूता के नवजात की मौत हो गई थी। इसके बाद से लगातार प्रसूता के परिजन इंसाफ मांगने के लिए अधिकारियों की परिक्रमा कर रहे हैं लेकिन हर कहीं से आश्वासन के अलावा कोई खास कार्रवाई होती नहीं दिख रही। न्याय की उम्मीद लगाए प्रसूता का पति गुरुवार को सीएमओ के पास पहुंचा तो उन्होंने उसे झिड़क कर वहां से भगा दिया। बाद में पीड़ित ने लेटर कार्यालय के बाबू को दे दिया।
गुरुवार को करीब पौने तीन बजे सीएमओ कार्यालय पहुंचा। यहां अपनी आपबीती सुनाने के लिए वह जैसे ही सीएमओ हीरा सिंह को शिकायती पत्र देने की कोशिश की तो उन्होंने उसे लेने के बजाय झिड़कते हुए कहा क्या है, पीड़ित ने घटना बताने की कोशिश की तो बोले, जाओ इसे अंदर दो जाकर, बिना लेटर देखे इतना कहते हुए वह तेज कदम से आगे बढ़ गए। बाद में कार्यालय की एक महिला लिपिक ने लेटर रिसीव कर पीड़ित को चलता कर दिया। इससे पूर्व प्रसूता का पति पंकज सीएमओ से मिलने के लिए दोपहर से इंतजार कर रहा था। वहां के स्टाफ ने उसे अंदर जाने से रोके रखा।
यह हुई थी घटना
रविवार की रात प्रसव के दौरान अकबरपुर सीएचसी में डाक्टर गजाला अंजुम व स्टाफ की लापरवाही से प्रसूता रागिनी के नवजात बच्चे की मौत हो गई थी। इस मामले में परिजनों की शिकायत पर एसडीएम ने मामले की जांच के निर्देश सीएचसी प्रभारी डा. आइएच खान को दिए थे। बाद में सीएचसी प्रभारी ने जांच करने से मना करते हुए सीएमओ को इस संबंध में पत्र दिया था। इसके बाद से मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। पीड़िता का पति पंकज इस मामले में डीएम राकेश कुमार सिंह को भी पत्र दे चुका है। उन्होंने ने भी न्याय का भरोसा दिया था। इधर न्याय न मिलने से परेशान व लगातार मिल रही धमकियों से पीड़ित दहशत में है। गुरुवार को न्याय की गुहार लेकर ही वह सीएमओ डा. हीरा सिंह के पास पहुंचा था। पीड़ित ने पत्र दिया है, उस मामले की जांच कराएंगे, जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. हीरा सिंह, सीएमओ कानपुर देहात