बूंदाबांदी ने बढ़ाई किसानों की ¨चता
संवाद सहयोगी, झींझक : मौसम का उतार-चढ़ाव अब किसानों को परेशान करने लगा है। बुधवार क
संवाद सहयोगी, झींझक : मौसम का उतार-चढ़ाव अब किसानों को परेशान करने लगा है। बुधवार को बूंदाबांदी होने से किसानों के चेहरे पर ¨चता की लकीर दिखने लगी है। बारिश ने राई व सरसों की मड़ाई में अवरोध पैदा कर दिया है। वहीं अरहर व चना की फूल रही फसल को नुकसान पहुंचने की संभावना है।
फरवरी माह की शुरुआत से मौसम का रुख बार-बार बदल रहा है। इससे कई बार बारिश हो चुकी है। बुधवार को अधिकांश हिस्सों में बूंदाबांदी हुई, जो रुक-रुककर पूरे दिन जारी रही। ऐसे में किसानों की परेशानी बढ़ रही है। खेतों में राई व सरसों की फसल पककर तैयार है और कटाई जोरों पर है। किसानों ने खलिहान में मड़ाई के लिए फसल को जमा कर दिया है, लेकिन बारिश ने इसमे बाधा पैदा कर दी। अधिक बारिश होने पर फसल खराब होने की संभावना है। मुंडेरा निवासी किसान भानुप्रताप ¨सह, गौरी के अखिलेश गुप्ता, पालनगर के संजू पाल, नसीरपुर के सर्वेश यादव आदि का कहना है कि गेहूं की फसल में तो बारिश से फायदा है, लेकिन पक कर तैयार खड़ी राई व सरसों की फसल को नुकसान है। अधिक बारिश होने पर खलिहान में जमा फसल बर्बाद हो सकती है। किसानों का कहना है कि अरहर व चना की फसल में भी फूल झड़ रहा है। तेज हवाओं के साथ यदि जोरदार बारिश हुई तो काफी नुकसान होगा।