भाजपा विधायक विनोद कटियार पर करोड़ों की सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप
ग्राम प्रधान संपत्ति देवी और पति बच्चन नायक का आरोप है कि विधायक विनोद कटियार ने रिश्तेदार व भाजपा जिला संयोजक अनुज कटियार तथा अपने गुर्गो के साथ जमीन पर कब्जा किया।
कानपुर देहात (जेएनएन)। भारतीय जनता पार्टी के विधायक विनोद कटियार पर करोडों रुपया मूल्य की सरकारी जमीन पर कब्जा का आरोप लगा है। कानपुर देहात के भोगनीपुर से विधायक विनोद कटियार की छवि दबंग विधायक की है। विधायक के गुर्गों ने इस मामले की शिकायत करने वाली ग्राम प्रधान को धमकी भी दी है, जिससे उनके बच्चों ने डर के कारण स्कूल तक जाना बंद कर दिया है।
कानपुर देहात के सिकन्दरा तहसील क्षेत्र के हाइवे पर मुहम्मदपुर बुजुर्ग ग्राम पंचायत की जमीन पर भोगनीपुर से भाजपा विधायक विनोद कटियार पर करोड़ों की सरकारी जमीन कब्जाने का आरोप लगा है। महिला ग्राम प्रधान का आरोप है कि विधायक विनोद कटियार ने ग्राम समाज की करीब साढ़े छह बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया है, जिसकी कीमत करोड़ों में है। प्रधान का कहना है कि उसने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर डीएम तक से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
ग्राम प्रधान संपत्ति देवी और पति बच्चन नायक का आरोप है कि विधायक विनोद कटियार ने रिश्तेदार व भाजपा जिला संयोजक अनुज कटियार तथा अपने गुर्गो के साथ जमीन पर कब्जा किया। इस दौरान विरोध करने पर घर आकर उन्हें कई बार धमकियां भी दीं। इससे पीडि़त प्रधान संपत्ति देवी और उसके पति काफी डरे हुए हैं। विधायक का खौफ इतना कि प्रधान के बच्चों ने स्कूल-कॉलेज जाना बंद कर दिया है।
प्रधान के दोनों बच्चे घर में ही रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। इस मामले में जिलाधिकारी ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। इसके बाद भी डीएम ने जांच कराने की बात कही है।
भाजपा विधायक के रिश्तेदार ने दी धमकी
विधायक विनोद कटियार के बहनोई ने कागजों में चल रहे अस्पताल के नवीनीकरण के लिए जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फोन पर दबाव बनाया। कानपुर देहात में विधायक के 120 बेड वाले अस्पताल का बिना मानक पंजीकरण का नवीनकरण कराने का दबाव बनाकर सीएमओ को फटकार लगाई गई है। इस अस्पताल की जांच करने के लिए पहुंचे जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी और उनके अधीनस्थों को फोन पर फटकार लगाई गई। अभी तक पुखरायां या उसके आस-पास पीवीएप नाम से कोई अस्पताल संचालित नहीं हो पाया है।
इस बात का खुलासा तब हुआ जब कटियार ने कागजों में चल रहे अपने 120 बेड के अस्पताल के पंजीयन के नवीनीकरण कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग को आवेदन पत्र दिया था। इस अस्पताल का संचालन 2015 से हो रहा है लेकिन अभी तक यह कहीं भी नहीं दिख रहा है। स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली से यह अस्पताल केवल कागजों में चलता रहा। मुख्य चिकित्साधिकारी की माने तो 31 जुलाई 2015 में 120 बेड के पीवीएप अस्पताल का संचालन कराने के लिए आवेदन किया गया था। तत्कालीन मुख्य चिकित्साधिकारी ने 24 फरवरी 2016 को अस्पताल संचालन की परमीशन दे दी। लेकिन अस्पताल का संचालन अभी तक नहीं हो पाया हैं।