एसडीएम से नाराज लेखपालों ने तहसील परिसर में दिया धरना
संवाद सहयोगी भोगनीपुर एसडीएम भोगनीपुर से लेखपालों ने सही व्यवहार न करने का आरोप लगाकर
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : एसडीएम भोगनीपुर से लेखपालों ने सही व्यवहार न करने का आरोप लगाकर तहसील में धरना दिया।
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ शाखा भोगनीपुर के बैनर तले धरने पर बैठे लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि 27 जुलाई को एसडीएम ने लेखपालों को खतौनी निर्माण के आदेशों के लिए अपने चैंबर में बुलाया। लेखपालों के सकारात्मक उत्तर देने के बावजूद भी एसडीएम ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर लेखपालों को अपमानित करते हुए चैंबर से बाहर भगा दिया। इसमामले में कुछ देर बाद लेखपालों का एक दल एसडीएम महोदया से मिलने गया तो व्यवहार संतोषजनक नहीं था। इससे नाराज होकर शुक्रवारसे अनिश्चित कालीन धरना शुरु कर दिया है।धरने पर लेखपाल संघ के मंत्री प्रवीण शुक्ला,सौरभ त्रिपाठी, पंकज शुक्ला, देवेन्द्र सिंह,अजीत सिंह, रोली राठौर, रामबालक सिंह,अभिषेक भांती, आशीष कुमार, प्रमोद पाल,
सपना यादव, सौम्या यादव, शिवानी वर्मा, अनुरागिनी, अवधेश गोस्वामी, रामआसरे मौजूद रहे। एसडीएम दीपाली भार्गव ने बताया कि लेखपाल बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।लेखपालों के धरने की जानकारी वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों को दी गई है।
आदेश न मानने पर लेखपाल को किया निलंबित
भोगनीपुर : सरकारी आदेशों की अवहेलना करने, काम में लापरवाही करने व उच्चअधिकारियों के प्रति अनुशासनहीनता बरतने के
आरोप में तहसील भोगनीपुर के लेखपाल रामआसरे को निलंबित कर दिया गया है। एसडीएम दीपाली भार्गव ने बताया कि नायब तहसीलदार मनीष द्विवेदी ने लेखपाल रामआसरे के विरुद्ध क्षेत्र में जन सामान्य से अनैतिक एवं अभद्र व्यवहार करने, सरकारी कार्यों में लापरवाही बरतने व अधिकारियों से अनुशासनहीनता करने की रिपोर्ट दी थी। इस रिपोर्ट पर लेखपाल रामआसरे को निलंबित किया गया है।