निस्तारण की औपचारिता में अटका संपूर्ण समाधान
प्रकरण एक: सरवनखेड़ा ब्लाक के फतेहपुर रोशनाई निवासी भूपेंद्र त्रिपाठी ने ¨सचाई समस्या पर
प्रकरण एक: सरवनखेड़ा ब्लाक के फतेहपुर रोशनाई निवासी भूपेंद्र त्रिपाठी ने ¨सचाई समस्या पर संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायत दर्ज कराई। मौके पर कोई जांच करने नहीं पहुंचा और समयावधि पर शिकायत निस्तारित कर दी गई। समस्या हल न होने पर उन्होंने फिर से दिवस में गुहार लगाई है। प्रकरण दो : बन्ना जाखा के इरशाद ने घर के पास गंदा पानी बहाए जाने की शिकायत संपूर्ण समाधान दिवस में की थी। पुलिस को जांच दी गई। पुलिस मौके पर गई नहीं अलबत्ता दोनों पक्षों के बीच समझौते का जिक्र कर शिकायत निस्तारित कर दी गई। समस्या के कागजी निस्तारण कर इरशाद ने दोबारा शिकायत की है। जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: संपूर्ण समाधान दिवस में आने वाली शिकायतों के निस्तारण की हकीकत बयां करते ये दो मामले पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े करने के उदाहरण हैं। दिवस में आयी फरियादों के गुणवत्तापरक निस्तारण पर जोर भले हैं लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल इतर है। हालात ये हैं कि जांच अधिकारी मौके पर जाते ही नहीं हैं। शिकायत निस्तारण के लिए मिले एक सप्ताह का समय बीतने से पहले ही कागजी निस्तारण कर दिया जाता है।दर्ज शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा पर भले की फटकार मिलती हो पर अधिकारी मौके की जांच से बच रहे हैं। इसकी वजह से पीड़ितों को सही समाधान नहीं मिल पा रहा है। निस्तारण की औपचारिता से दिवस में शिकायतें बढ़ रही हैं। उसमें दोबारा शिकायत के मामले की काफी संख्या में आ रहे हैं। संपूर्ण समाधान दिवस में आने वाली शिकायतों के गुणवत्तापरक निस्तारण के निर्देश हैं। समीक्षा में गड़बड़ी वाली जांच का पुन: परीक्षण कराया जाता है। लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी।
राकेश कुमार ¨सह, डीएम