दस दिन में मात्र 319 क्विंटल गेहूं की हुई खरीद
दस दिन में मात्र 319 क्विंटल गेहूं की हुई खरीद
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण मलासा ब्लॉक में गेहूं खरीद की गति कच्छप गति से चल रही है। किसानों को उनकी गेहूं की उपज का मुनासिब दाम दिलाने के लिए मलासा ब्लॉक में तीन सरकारी गेहूं खरीद केंद्र खोले गए हैं। जहां शासन ने 15 अप्रैल से गेहूं खरीद शुरू कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा रुचि न लेने से मलासा ब्लॉक के तीन खरीद केंद्रों पर शनिवार तक मात्र 319 क्विंटल गेहूं की खरीद की जा सकी है। मलासा ब्लॉक के छतेनी गांव में नेफेड द्वारा संचालित सरकारी गेहूं क्रय केंद्र पर शनिवार को दोपहर तक केंद्र प्रभारी शुभम सिंह नदारत थे। छतेनी केंद्र के प्रभारी शुभम सिंह ने दूरभाष पर बताया कि रास्ते में बाइक खराब हो जाने के कारण वह केंद्र पर नहीं आ सके हैं। 10 हजार क्विंटल के सापेक्ष तक दो किसानों से मात्र 87 क्विंटल गेहूं की खरीद की जा सकी है। इसी प्रकार साधन सहकारी समिति कैलई में पीसीएफ की ओर से खोले गए सरकारी गेहूं खरीद केंद्र पर अभी तक मात्र तीन किसानों से 122.50 क्विंटल गेहूं की खरीद की जा सकी है। कैलई केंद्र के प्रभारी मनोज अवस्थी ने बताया कि गेहूं बेचने के लिए अब तक 25 किसानों ने पंजीकरण कराया है। अरहरियामऊ केंद्र के प्रभारी शिवमोहन पाल ने बताया कि गेहूं बेचने के लिए 31 किसानों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें 5000 क्विंटल के
सापेक्ष दो किसानों से मात्र 110 क्विंटल गेहूं की खरीद की जा सकी है। केंद्र प्रभारी ने बताया कि गेहूं खरीद के लिए किए गए पंजीकरण का सत्यापन न हो पाने के कारण गेहूं खरीद का कार्य गति नहीं पकड़ पा रहा है। विपणन अधिकारी शिशिर कुमार ने बताया कि सत्यापन कार्य तेज करने के लिए डीएम ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान गेहूं खरीद में लापरवाही करने वाले केंद्र प्रभारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।