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युवा संसद का शीतकालीन सत्र शुरू, कई मुद्दों पर हुई चर्चा

आशुतोष दीक्षित चुने गए डिप्टी स्पीकर, चर्चा के लिए तय किए गए मुद्दे, पेश की गई मानसून सिटी रिपोर्ट।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Dec 2018 11:48 PM (IST)Updated: Tue, 25 Dec 2018 12:02 AM (IST)
युवा संसद का शीतकालीन सत्र शुरू, कई मुद्दों पर हुई चर्चा
युवा संसद का शीतकालीन सत्र शुरू, कई मुद्दों पर हुई चर्चा

जागरण संवाददाता, कानपुर: जागरण यूथ पार्लियामेंट का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया। पहले दिन सदस्यों ने औपचारिक मुलाकात के बाद विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। मानसून सत्र की ओवरआल रिपोर्ट पर बातचीत के बाद सत्र के दौरान संशोधन के लिए प्रस्ताव तय किए गए। इस दौरान डिप्टी स्पीकर के रूप में आशुतोष दीक्षित को चुना गया।

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साकेत नगर स्थित जागरण इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में शीतकालीन सत्र के पहले दिन 28 सांसद उपस्थित रहे। मानसून सत्र रिपोर्ट (कानपुर) में सांसदों की उपस्थिति, प्रदर्शन और ओवरआल बिल क्वालिटी पर विस्तृत चर्चा की गई। इसके बाद शीतकालीन सत्र के लिए मुद्दे तय किए गए। इनमें 'किसानों का संकट' और 'असंगठित क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार को कैसे बढ़ाएं' विषय शामिल हुए। पक्ष और विपक्ष के सांसदों ने 'द शिड्यूल कॉस्ट एंड शिड्यूल ट्राई प्रिवेंशन ऑफ एट्रासिटीज अमेडमेंट बिल 2018' पर चर्चा की। हालांकि बिल में संशोधन की कवायद का असर क्या होगा यह मंगलवार को ही साफ हो सकेगा। सोमवार को यूथ पार्लियामेंट में टफ होप कंसलटेंसी की ओर से सोहम घोष व पौशाली सरकार का सहयोग रहा।

एनसीडब्ल्यू के कार्यो पर दिया प्रेजेंटेशन: शीतकालीन सत्र में जागरण यूथ पॉर्लियामेंट की एडहॉक कमेटी के सदस्यों ने नेशनल कमीशन फॉर वीमेन (एनसीडब्ल्यू) के कार्यो का प्रजेंटेशन दिया। इस दौरान क्या-क्या चुनौतियां आती हैं। इसके बारे में भी बताया गया।

बच्चों की निश्शुल्क शिक्षा पर बहस आज

मंगलवार को शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन यूथ पार्लियामेंट में 'द राइट ऑफ चिल्ड्रेन टू फ्री एंड कंपलसरी एजूकेशन अमेडमेंट बिल 2017' पर सांसद बहस करेंगे।

युवा सांसद बोले:

संसद में कैसे वोटिंग होती है, इसकी जानकारी मिली। बहुत अच्छा अनुभव रहा।

- शिवम पांडेय

संसद की कार्यवाही किस तरह शुरू होती है, किन-किन बातों का ध्यान रखा जाता है। यह मालूम हो गया।

- अशमीत सिंह

जैसे टीवी पर संसद के सत्रों की गतिविधियां देखते थे, वैसा ही माहौल रहा। हिस्सा लेकर बहुत खुश हूं।

प्रगति चौरसिया

संसद के अंदर बिल प्रस्तुत करना, उस पर सांसदों द्वारा चर्चा देखकर ऐसा लगा मानो वाकई संसद में हों।

प्रशांत कुमार

इस यूथ पार्लियामेंट में प्रतिभाग कर काफी कुछ सीखने को मिलता है। सबसे अहम है बेबाकी से अपनी बात रखना।

हर्षित अग्रवाल

संसद में होने वाले सभी कार्यो की जानकारी मिल गई। इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है।

अमन त्रिपाठी


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