72 साल की उम्र में भी रामगोपाल का जोश-जुनून देखकर आप भी रह जाएंगे हैरान Kanpur News
दक्षिण कोरिया व वियतनाम में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीत चुके हैं और अब डेनमार्क में वल्र्ड प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे हैं।
कानपुर, [अंकुश शुक्ल]। कुछ बेहतर करने का जज्बा हो तो उम्र कोई मायने नहीं रखती है, यह साबित कर दिखाया है 72 वर्ष के रामगोपाल बाजपेयी ने। इस उम्र में उनका जोश और जुनून देखने वाले भी हैरत में पड़ जाते हैं, इतना ही नहीं उनके सामने कोई युवा ठहर नहीं पाता है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके रामगोपाल ने दक्षिण कोरिया व वियतनाम में कई पदक जीते हैं और अब डेनमार्क में होने वाले वल्र्ड प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे हैं।
नौबस्ता के बसंत विहार निवासी रामगोपाल ने 25 की उम्र के युवाओं सा जोश दिखाकर हाल ही में महाराष्ट्र में हुई राष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता के पूमसे वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। साल 2007 में टेलीफोन विभाग से उपमंडल अभियंता पद से सेवानिवृत्त होने से पहले ही वह ताइक्वांडो खिलाड़ी बन चुके थे और ब्लैक बेल्ट की सेकेंड डान परीक्षा उत्तीर्ण कर ली थी। वह 1988 में राष्ट्रीय प्रशिक्षक व रेफरी रह चुके हैं। खेल के प्रति समर्पण के कारण वह आज भी युवक-युवतियों को निश्शुल्क मार्शल आट्र्स व ताइक्वांडो की तकनीक सिखा कर निपुण बना रहे हैं। वह अब तक कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में स्वर्णिम छाप छोड़ चुके है। अब 2020 में डेनमार्क में होने वाली वल्र्ड ताइक्वांडो की पूमसे प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे हैं।
अनुशासन व आत्मरक्षा का बेहतर हथियार
रामगोपाल बताते हैं कि स्कूल में हुई जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेकर खेलना शुरू किया। उन्होंने कहा कि ताइक्वांडो अनुशासन व आत्मरक्षा का बेहतर हथियार है। इसका प्रशिक्षण लेकर ही खिलाड़ी शारीरिक व मानसिक रूप से तैयार होता है। उन्होंने कहा कि साल 1982 में ताइक्वांडो फेडरेशन की प्रतियोगिता में ग्रांड मास्टर जिम्मी आर जगितियानी से मिलने के बाद ताइक्वांडो में कॅरियर बनाने की ठान ली। वे खुद के खर्च पर देश-विदेश में होने वाली प्रतियोगिता में जाते हैं।
रामगोपाल की अबतक की उपलब्धियां
-2016 में हुई हुगली में नेशनल ताइक्वांडो में स्वर्ण।
- 2017 में कोलकाता में हुई नेशनल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में स्वर्ण।
- 2019 में महाराष्ट्र में हुई नेशनल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में स्वर्ण।
- 2017 में दक्षिण कोरिया में हुई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता विशेष मेडल।
- 2018 में वियतनाम में हुई एशियन ताइक्वांडो प्रतियोगिता में कांस्य।