एलएलआर इमरजेंसी में बेड पर ही एक्सरे एवं अल्ट्रासाउंड
एलएलआर अस्पताल (हैलट) की इमरजेंसी में जल्द ही बड़ा बदलाव दिखेगा।
जागरण संवाददाता, कानपुर : एलएलआर अस्पताल (हैलट) की इमरजेंसी में जल्द ही बड़ा बदलाव दिखेगा। इलाज और जांच के लिए मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा। बेड पर ही एक्सरे और अल्ट्रासाउंड जांच हो जाएगी। इसके लिए इमरजेंसी को अपग्रेड किया जा रहा है। जिसके तहत अत्याधुनिक जीवन रक्षक उपकरण मंगाए गए हैं।
एलएलआर अस्पताल के इमरजेंसी ब्लॉक के मेडिसिन, सर्जरी और आर्थोपेडिक यूनिट में सुविधाएं नहीं होने से गंभीर मरीजों को जांच के लिए भटकना पड़ता है। कई बार दौड़-भाग में गंभीर मरीज दम तोड़ देते हैं। इस वजह से हंगामा भी होता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए तत्कालीन प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार ने इमरजेंसी के कायाकल्प का जिम्मा प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या एवं न्यूरो सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. मनीष सिंह को सौंपा था। दोनों ने ही चिकित्सकों ने इमरजेंसी के अपग्रेडेशन का प्रस्ताव बनाया था। उपकरण के लिए शासन से मिले पांच करोड़ रुपये में दो करोड़ रुपये से इमरजेंसी के लिए उपकरण मंगाए गए हैं।
गंभीर मरीजों के जरूरी अत्याधुनिक उपकरण
इमरजेंसी में गंभीर मरीज और हादसे में घायल अधिक आते हैं। उनमें चेस्ट व हेड इंजरी के मरीज अधिक होते हैं। उन्हें बेड साइड पर इलाज एवं जांच की आवश्यकता होती है। ऐसे मरीजों के लिए अत्याधुनिक उपकरण जरूरी हैं।
यह उपकरण मंगाए गए
12 वेंटीलेटर, 30 इंफ्यूजन पंप, 2 पोर्टेबल एक्सरे मशीन, एक पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन, 2 डीफिबुलेटर (कार्डियक शॉक)।
यह सामान अभी है आना
मल्टी पैरा मॉनीटर, ऑक्सीजन एवं सक्शन मशीन।
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इमरजेंसी में गंभीर मरीज ही आते हैं। उन्हें मैनेज करना सबसे बड़ी चुनौती होती है। इसलिए इमरजेंसी में अत्याधुनिक उपकरण मंगाए गए हैं। अभी कुछ और आने हैं। मरीजों को इलाज एवं जांच की सुविधाएं बेड साइड पर ही मिलेंगी।
- डॉ. मनीष सिंह, विभागाध्यक्ष, न्यूरो सर्जरी एवं इमरजेंसी/ट्रामा प्रभारी, एलएलआर अस्पताल