ऐसी चूक न करें जो अभिशाप बन जाए
फॉग्सी के अंतरराष्ट्रीय अधिवेशन में किशोरावस्था पर कार्यशाला, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की कुलपति ने किया उद्घाटन
जागरण संवाददाता, कानपुर : आज के किशोर कल का भविष्य हैं। इसलिए इनकी जिम्मेदारी है कि वह मर्यादा और संस्कारों का ध्यान रखें। ऐसी कोई चूक न करें जो जीवन भर अभिशाप बन जाए। समाज भी युवाओं को स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण देकर अपना दायित्व निभाए।
यह बात शुक्रवार को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कही। वे जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में किशोरावस्था की स्वास्थ्य समस्याओं पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहीं थीं। इस दौरान किशोरों के प्रति समाज की जवाबदेही, माता पिता का दायित्व और स्कूल की भूमिका पर पैनल चर्चा हुई। इसमें अभिभावक, स्कूल की प्रधानाचार्य और शिक्षिकाओं को रखा गया। संचालन आयोजन समिति की अध्यक्ष डॉ. मीरा अग्निहोत्री, सचिव डॉ. किरन पांडेय और वरिष्ठ नेत्र सर्जन व मोटिवेटर डॉ. अवध दुबे ने किया। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की शक्ति उसकी युवा पीढ़ी होती है। इसलिए उसका स्वस्थ्य रहना जरूरी है। इससे पहले कार्यशाला का उद्घाटन सीएसजेएमयू की कुलपति, स्वच्छ भारत अभियान के मिशन निदेशक आकाशदीप, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार ने किया। संचालन डॉ. शैली अग्रवाल एवं डॉ. संगीता आर्या ने किया। सहयोग डॉ. पाविका लाल, डॉ. शैफाली पांडेय, डॉ. शुभी विठल बरयानी एवं डॉ. श्वेता खन्ना का रहा। कार्यक्रम के अंत में नाइन मूवमेंट के तहत मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई की महत्ता बताई गई। विशेषज्ञों ने कहा कि स्वच्छता का ध्यान रखने से तरह-तरह की बीमारियां हो जाती हैं। इस दौरान सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करने पर बल दिया गया।
इन स्कूलों की किशोरियां शामिल
कार्यशाला में पूर्णचंद्र विद्या निकेतन, डीपीएस आजाद नगर, एलन हाउस, सर आनंदराम जयपुरिया स्कूल, बीएनएसडी शिक्षा निकेतन, ओंकारेश्वर इंटर कॉलेज, मेथाडिस्ट स्कूल, हैडर्ड हाई स्कूल, बीएनएसडी बालिका विद्यालय की 400 किशोरियां शामिल हुई।