आर्डनेंस फैक्ट्रियों के कर्मचारियों ने हड़ताल के लिए कसी कमर, जानिए क्या है वजह Kanpur News
देश में आयुध निर्माण करने वाली 41 फैक्ट्रियां में से पांच कानपुर में स्थापित हैं और हजारों की संख्या में कर्मचारी कार्यरत हैं।
कानपुर, जेएनएन। देश की आर्डनेंस फैक्ट्रियों के निगमीकरण की तैयारी देख कर्मचारी संगठनों ने आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है। प्रतिरक्षा क्षेत्र में देश की तीनों मान्यता प्राप्त यूनियनों ने साझा रणनीति अपनाते हुए तय कर लिया है कि जैसे ही निगमीकरण का आदेश जारी होगा, पूरे देश में कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। ऑल इंडिया डिफेंस इंप्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एसएन पाठक ने लिखित व लाइव वीडियो के माध्यम से सभी यूनियनों को अलर्ट कर दिया है।
देश में आयुध निर्माण करने वाली 41 फैक्ट्रियां हैं, जिसमें से पांच कानपुर में ही हैं। इन आयुध निर्माणियों का केंद्र सरकार निगमीकरण करने की तैयारी में है। जिसका प्रस्ताव जल्द ही पीएमओ के हवाले हो जाएगा। यह देखते हुए प्रतिरक्षा कर्मचारी यूनियनें इसके विरोध को तैयार हैं। इंटक की प्रतिरक्षा इकाई ने प्रदेश अध्यक्ष आशीष पांडेय की अगुवाई में सांसद सत्यदेव पचौरी से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा।
जिसमें कहा कि पहले निगमीकरण करने के बाद यह निजीकरण का प्रयास है। जिससे कानपुर में बड़ी संख्या में कर्मचारी प्रभावित होंगे। यह निजीकरण देशहित और कर्मचारी हित में नहीं है। सांसद ने इस संबंध में रक्षामंत्री से बात करने का आश्वासन दिया। ज्ञापन देने वालों में सुभाष ठाकुर, संजय बाजपेयी, सुजीत मिश्रा, एके गुप्ता, सत्येंद्र भदौरिया, कुनाल पाल आदि शामिल थे।
उधर, स्माल आम्र्स फैक्ट्री के गेट पर कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। स्माल आम्र्स इंस्पेक्ट्रेट इंप्लाइज यूनियन नेता घनश्याम त्रिपाठी ने कहा कि केंद्र सरकार का यह रुख कर्मचारी विरोधी है। शीर्ष स्तर पर कर्मचारी यूनियनों ने आंदोलन की तैयारी कर ली है और जैसे ही निगमीकरण का आदेश जारी होगा, सभी फैक्ट्रियों में हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।