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सीवर लाइन खोद रहे मजदूर की मिट्टी धंसने से मौत

अमृत योजना के तहत नारामऊ और नानकारी में 112 करोड़ रुपये से सीवर लाइन डाली जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 01 Feb 2020 01:43 AM (IST)Updated: Sat, 01 Feb 2020 06:11 AM (IST)
सीवर लाइन खोद रहे मजदूर की मिट्टी धंसने से मौत
सीवर लाइन खोद रहे मजदूर की मिट्टी धंसने से मौत

संवाद सहयोगी, बिठूर : नारामऊ में अमृत योजना के तहत चल रही सीवर लाइन की खोदाई के दौरान शुक्रवार दोपहर मिट्टी धंसने से दो मजदूर 10 फीट गहरे गढ्डे में दब गए। इसमें से 22 वर्षीय मजदूर राजू की मौत हो गई, जबकि साथी मजदूर दीपक बाल बाल बचा। हादसे के बाद मजदूर के परिवार में कोहराम मचा है।

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अमृत योजना के तहत नारामऊ और नानकारी में 112 करोड़ रुपये से सीवर लाइन डाली जा रही है। इस कार्य का ठेका गाजियाबाद की जेएसजे कंपनी के पास है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे सोनभद्र जिले के शाहगंज कस्बा निवासी मजदूर राजू अपने मामा के बेचे संजय के साथ सीवर लाइन के गढ्डे में काम कर रहा था। उसके साथ ही डेढ़ दर्जन मजदूर भी वहीं पर थे। करीब 10 फीट गहरा गढ्डा खोदने के बाद अचानक मिट्टी धंसने लगी और राजू मिंट्टी के नीचे दब गया। पास ही मौजूद दीपक व एक अन्य बाल-बाल बच गए।

बाकी मजदूरों ने शोर मचाया तो ठेकेदार ने जेसीबी बुलवाई। इसके बाद ग्रामीणों की सहायता से करीब 15 मिनट बाद मिट्टी में दबे राजू को निकाला जा सका। तुरंत मजदूर उसे कल्याणपुर के निजी अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद बिठूर पुलिस भी आई। थाना प्रभारी कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि घटना के संबंध में कोई तहरीर नहीं आई है। शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

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इस प्रकरण की जांच कराई जाएगी। कंपनी को नोटिस दिया जा रहा है। परियोजना प्रबंधक से जवाब तलब किया जा रहा है। कैसे यह घटना हुई। सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए थे। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

- रामशरण पाल, प्रभारी महाप्रबंधक जल निगम

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मानक दर किनार

शासन के आदेशों के बाद भी खोदाई के दौरान मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। काम कर रहे मजदूरों को न तो हेलमेट दिए गए थे। शटरिग लगाए बिना खोदाई की जा रही थी। नहीं चारों तरफ टिन शेड की बैरीकेडिंग लगाई गई थी। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि मिंट्टी निकालकर सड़क पर फैला दी जाती है। वाहनों के निकलने के कारण दिनभर धूल उड़ती रहती है। पानी का छिड़काव नहीं किया जाता है।

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वर्ष 29 जनवरी 2020 को वाजिदपुर में सीवर लाइन की खोदाई में दो मजदूर फंस गए थे।

- वर्ष 2017 में रतनपुर में केडीए द्वारा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ने के लिए कराई जा रही खोदाई में मिंट्टी धंसने से एक मजदूर की मौत हो गई थी।

वर्ष 2001 में भन्नानापुरवा में गहरी सीवर लाइन की खोदाई के दौरान मिंट्टी धंसने से छह मजदूरों की मौत हो गई थी।

- 2016 में अनवरगंज जीटी के पास खोदाई में दो मजदूर फंस गए थे।


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