परिवार को जेल जाता देख महिला ने जान दी, सुसाइड नोट में बयां किया दर्द
नीम के पेड़ से लटकता मिला महिला का शव सुसाइड नोट में लगाया बहू पर प्रताड़ना का आरोप।
By Edited By: Published: Thu, 14 Mar 2019 01:58 AM (IST)Updated: Thu, 14 Mar 2019 11:59 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। बड़ी बहू व पुलिस की मिलीभगत से दहेज उत्पीड़न के मामले में पूरे परिवार को जेल जाता देख एक महिला ने जान दे दी। उसका शव नीम के पेड़ से लटकता मिला। परिजनों ने चौकी प्रभारी व बड़ी बहू पर हत्या कर शव फंदे पर लटकाने का आरोप लगाया है। मामला तूल पकड़ते देख सीओ गोविंदनगर ने चौकी प्रभारी पर लगे आरोप की जांच कराने के साथ ही अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए अपनी रिपोर्ट भेज दी है।
आवास विकास हंसपुरम निवासी 55 वर्षीय मीना त्रिवेदी मंगलवार दोपहर से लापता थीं। बेटों ने नौबस्ता थाने में गुमशुदगी की सूचना दी थी। बुधवार दोपहर उनका शव बिधनू बिनगवां गांव स्थित बगीचे में नीम के पेड़ से लटकता मिला। इस पर बेटों ने बड़ी बहू और हंसपुरम चौकी इंचार्ज पर समझौते के बहाने चौकी बुलाकर जेवर उतरवाने और उसके बाद हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगाकर हंगामा किया। सीओ गोविंद नगर आरके चतुर्वेदी पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया।
महिला के बड़े बेटे वंश ने बताया कि वर्ष 2013 में कैंट निवासी नीलम से प्रेम विवाह किया था। शादी के कुछ दिन बाद से ही दोनों के बीच रिश्ते खराब हो गए और बीती 16 मई को पत्नी नीलम कार सवार सहेली आरती पटेल समेत आधा दर्जन लोगों के साथ घर आयी और मां के साथ मारपीट की। बाद में नौबस्ता थाने में छोटे भाई आनंद पर छेड़खानी और मां व बहन रागिनी पर मारपीट का आरोप लगाकर दहेज उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसके बाद पुलिस से मिलकर पूरे परिवार को फंसाने के नाम पर पैसों की मांग कर रही थी।
समझौते को बुलाया था चौकी
वंश के मुताबिक चौकी इंचार्ज लखनलाल मिश्र ने छोटे भाई और मां को समझौते के बहाने मंगलवार को चौकी बुलाया था। जहां अभद्रता करते हुए मां को डपटा और मां की चेन और बाले उतरवाकर पत्नी नीलम को दिए और पैर छूकर माफी मांगने का दबाव डाला। इससे आहत होकर मां ने यह कदम उठाया।
सुसाइड नोट में मीना ने बयां किया दर्द
सुसाइड नोट में मीना ने नौबस्ता थानाध्यक्ष से निवेदन किया है कि उनके बेटों को गलत न फंसाया जाए। बहू नीलम पर आरोप लगाया कि वह उनके परिवार को झूठे मुकदमे में फंसा रही है। इसमें पुलिस मदद कर रही है। वह अपने परिवार को कष्ट में नहीं देख सकतीं।
-परिजनों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। दारोगा की भूमिका की जांच कराई जा रही है। चुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बाद दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अनुमति के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है। - आरके चतुर्वेदी, सीओ गोविंद नगर
आवास विकास हंसपुरम निवासी 55 वर्षीय मीना त्रिवेदी मंगलवार दोपहर से लापता थीं। बेटों ने नौबस्ता थाने में गुमशुदगी की सूचना दी थी। बुधवार दोपहर उनका शव बिधनू बिनगवां गांव स्थित बगीचे में नीम के पेड़ से लटकता मिला। इस पर बेटों ने बड़ी बहू और हंसपुरम चौकी इंचार्ज पर समझौते के बहाने चौकी बुलाकर जेवर उतरवाने और उसके बाद हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगाकर हंगामा किया। सीओ गोविंद नगर आरके चतुर्वेदी पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया।
महिला के बड़े बेटे वंश ने बताया कि वर्ष 2013 में कैंट निवासी नीलम से प्रेम विवाह किया था। शादी के कुछ दिन बाद से ही दोनों के बीच रिश्ते खराब हो गए और बीती 16 मई को पत्नी नीलम कार सवार सहेली आरती पटेल समेत आधा दर्जन लोगों के साथ घर आयी और मां के साथ मारपीट की। बाद में नौबस्ता थाने में छोटे भाई आनंद पर छेड़खानी और मां व बहन रागिनी पर मारपीट का आरोप लगाकर दहेज उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसके बाद पुलिस से मिलकर पूरे परिवार को फंसाने के नाम पर पैसों की मांग कर रही थी।
समझौते को बुलाया था चौकी
वंश के मुताबिक चौकी इंचार्ज लखनलाल मिश्र ने छोटे भाई और मां को समझौते के बहाने मंगलवार को चौकी बुलाया था। जहां अभद्रता करते हुए मां को डपटा और मां की चेन और बाले उतरवाकर पत्नी नीलम को दिए और पैर छूकर माफी मांगने का दबाव डाला। इससे आहत होकर मां ने यह कदम उठाया।
सुसाइड नोट में मीना ने बयां किया दर्द
सुसाइड नोट में मीना ने नौबस्ता थानाध्यक्ष से निवेदन किया है कि उनके बेटों को गलत न फंसाया जाए। बहू नीलम पर आरोप लगाया कि वह उनके परिवार को झूठे मुकदमे में फंसा रही है। इसमें पुलिस मदद कर रही है। वह अपने परिवार को कष्ट में नहीं देख सकतीं।
-परिजनों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। दारोगा की भूमिका की जांच कराई जा रही है। चुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बाद दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अनुमति के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है। - आरके चतुर्वेदी, सीओ गोविंद नगर
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