भाई दूज पर मायके नहीं भेजा तो महिला ने लगा ली फांसी
काकादेव के राजापुरवा मोहल्ले में सैलून संचालक राहुल सविता की पत्नी विभा (26) ने शनिवार सुबह फांसी लगाकर जान दे दी।
जागरण संवाददाता, कानपुर : काकादेव के राजापुरवा मोहल्ले में सैलून संचालक राहुल सविता की पत्नी विभा (26) ने शनिवार सुबह फांसी लगाकर जान दे दी। भाई दूज पर मायके न भेजने पर उसका पति से झगड़ा हुआ था।
मोहल्ले में रहने वाली मामी मंजू ने बताया कि पांच साल पहले राहुल की शादी रायबरेली के हरिपुर गांव निवासी विभा से हुई थी। भाई दूज पर मायके न भेजने पर विभा और राहुल में झगड़ा हो गया था। शनिवार सुबह भी तकरार हुई। इस पर राहुल तीन साल के बेटे हार्दिक को लेकर बाहर चला गया, इसी बीच विभा ने फांसी लगा ली। इंस्पेक्टर राजीव सिंह ने बताया कि विधि विज्ञान की टीम से साक्ष्य संकलित कराए गए, मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। -----------
डिप्रेशन में चंट्टा संचालक ने दी जान
नवाबगंज के लल्लन पुरवा निवासी दूध विक्रेता अनिल उर्फ मोनू यादव (32) ने शुक्रवार रात फांसी लगाकर जान दे दी। परिजनों ने बताया कि अनिल कुछ दिन से परेशान रहते थे। शुक्रवार शाम घर आने के बाद अपने कमरे में लेट गए। रात तक नहीं निकले तो पत्नी सुनीता उन्हें बुलाने गई, तब कमरे में अनिल का शव लटकता देखा। छोटे भाई अमन ने बताया कि अनिल डिप्रेशन में थे। लेकिन उन्होंने किसी से अपनी परेशानी नहीं बताई।
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ट्रांसपोर्टकर्मी ने फांसी लगाई नौबस्ता गल्ला मंडी में ट्रांसपोर्ट कर्मी मनीष अग्रहरि (23) ने शनिवार को फांसी लगाकर जान दे दी। आटो चालक पिता रमेश चंद्र अग्रहरि ने बताया कि बेटा दो दिन बाद शुक्रवार देर रात चित्रकूट से लौटा था। शनिवार सुबह बड़े बेटे को देखने लड़की वाले आ रहे थे। सभी लोग तैयारी में जुटे थे। मनीष नहाने के लिए छत पर गया। आधे घंटे बाद उसे बुलाने गए तो सीढि़यों का दरवाजा ऊपर से बंद देखा। आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुला तो कुंडी के पास की ईंट तोड़कर गेट खोला। छत पर अंगौछे के फंदे से टीन शेड की रॉड के सहारे मनीष का शव लटक रहा था। इंस्पेक्टर समर बहादुर ने बताया कि सुसाइड नोट नहीं मिला है। इससे खुदकशी की वजह पता नहीं लग सकी।