हरियाली की कामना हुई गोबर में दफन
जागरण संवाददाता कानपुर दक्षिण नौबस्ता दामोदर नगर डब्ल्यू 2 ब्लाक स्थित मनकामनेश्वर पार्क की ह
जागरण संवाददाता, कानपुर दक्षिण: नौबस्ता दामोदर नगर डब्ल्यू 2 ब्लाक स्थित मनकामनेश्वर पार्क की हरियाली चट्टा संचालकों ने गोबर में दफन कर रखी है। करीब एक हजार वर्ग गज जमीन में बना पार्क आज खुद अपने गुलजार होने की दुहाई दे रहा है। पाश इलाके में चट्टा संचालकों का डेरा शहर से चट्टा हटाओ अभियान को मुंह चिढ़ा रहा है। वहीं जिम्मेदार अधिकारी मौन होकर पार्क की बदहाली देख रहे हैं। जबकि स्थानीय लोग पार्क में ताजी हवा लेने के बजाए गोबर की दुर्गंध से परेशान हैं।
दामोदर नगर के इस पॉश इलाके में लोगों ने कुछ वर्ष पहले पार्क के सामने प्लाट लिए थे। जिसके लिए उन्हें अतिरिक्त पैसा भी देना पड़ा था। लोगों ने पार्क के सामने आलीशान मकान बनवाकर पार्क के सुंदरीकरण की पहल शुरू की। जिसको लेकर क्षेत्र के रामकिशोर शुक्ल, राजेंद्र कुमार, शिवशंकर, महेंद्र सिंह ने स्थानीय लोगों के साथ पार्क में पौधरोपण कराए। जिसके लिए उन्होंने नगर निगम से जाली दार कुछ ट्री गार्ड भी लगवाए। लोगों ने पार्क का नाम मनकामनेश्वर रखकर एक बोर्ड भी लगा दिया और सुबह शाम लोग पार्क में आकर ताजी हवा लेने लगे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि राजनीतिक नेताओ के संरक्षण में करीब आधा दर्जन चट्टा संचालकों ने पार्क के आसपास खाली प्लाटों में मवेशी बांधकर व्यापार शुरू कर दिया। देखते ही देखते इन चट्टा संचालकों ने पार्क में कब्जा करना शुरू कर दिया। लोगों के विरोध करने पर विवाद करने को आमादा हो गए। कई बार नगर निगम अधिकारियों से शिकायत करने पर कुछ दिन के लिए चट्टे हटाए गए थे। पिछले एक वर्ष से फिर से सभी चट्टा संचलाकों ने आकर डेरा डाल दिया। जिसके बाद पूरे पार्क के पौधे मवेशियों ने नष्ट कर दिए। धीरे धीरे पूरे पार्क में गोबर का अंबार लग गया। पार्क में बाउंड्री वाल न होने की वजह से बारिश के दौरान गोबर आसपास की सड़कों में बह रहा है। जिससे लोगों का पार्क में जाना तो दूर सड़क पर खड़ा होना मुश्किल हो गया है। गोबर की वजह से मच्छरों की भी भरमार हो गई है।
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जिम्मेदारों की जुबानी:
उद्यान विभाग को पार्क अभी हैंडओवर नहीं हुआ। जिसके चलते विभाग ने पार्क में कोई पौधारोपण नहीं किया। नष्ट हुए पौधे स्थानीय लोगों ने लगाए होंगे। नगर निगम पार्क में बाउंड्री कराकर दे, तो पार्क का सुंदरीकरण किया जाए। फिर भी चट्टा संचालकों द्वारा पार्क से कब्जा हटवाने की कार्रवाई की जायेगी।
- एमपी सिंह, उद्यान अधिकारी जोन तीन
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चट्टा संचालकों पर कई बार कार्रवाई की गई। लेकिन राजनैतिक दबाव के चलते सबकुछ बेकार हो जाता है। पार्क का निरीक्षण करके चट्टा संचालकों से पार्क को कब्जा मुक्त कराकर सुंदरीकरण कराने का प्रयास किया जायेगा।
-ब्रजेश वर्मा, जोनल अधिकारी जोन 3
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