चिह्नित होंगे पाइप लाइन लीकेज के दोषी
चुन्नीगंज में फूटे भ्रष्टाचार का सैलाब का मामला शासन तक पहुंच गया है। पाइप लाइन लीकेज के दोषी अभियंताओं व ठेकेदारों की रिपोर्ट तलब की गई है। जल निगम अभियंता सूची बनाकर मुख्यालय भेजने की तैयारी कर रहे हैं वहीं महापौर ने भी दोषी अभियंताओं व ठेकेदारों के नामों की सूची मांगी है, वह कार्रवाई के लिए नगर विकास मंत्री व प्रमुख सचिव नगर विकास मंत्री को नाम देगी।
जागरण संवाददाता, कानपुर : चुन्नीगंज में फूटे भ्रष्टाचार का सैलाब का मामला शासन तक पहुंच गया है। पाइप लाइन लीकेज के दोषी अभियंताओं व ठेकेदारों की रिपोर्ट तलब की गई है। जल निगम अभियंता सूची बनाकर मुख्यालय भेजने की तैयारी कर रहे हैं वहीं महापौर ने भी दोषी अभियंताओं व ठेकेदारों के नामों की सूची मांगी है, वह कार्रवाई के लिए नगर विकास मंत्री व प्रमुख सचिव नगर विकास मंत्री को नाम देगी।
चुन्नीगंज में सोमवार सुबह पाइप लाइन फटने के साथ ही भ्रष्टाचार का सैलाब फूट पड़ा था। एक कार शोरूम समेत आसपास के इलाकों में पानी भर गया था। जल निगम के अभियंताओं ने टीम लगाकर तुरंत ख्रोदाई शुरू कराई। आठ घंटे मशक्कत के बाद सोमवार देर शाम पाइप ठीक कर दिया। जल निगम के अधीक्षण अभियंता राम शरण पाल ने बताया कि मंगलवार को सुबह टेस्टिंग के लिए जलापूर्ति भी शुरू कर दी गई। प्रेशर से जलापूर्ति की जा रही है ताकि कहीं भी लीकेज हो तो पता चल जाए। महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि दोषी अभियंताओं पर कार्रवाई कराई जाएगी। इसके लिए जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेगी।
योजना का हाल
पेयजल योजना- 853 करोड़ रुपये
मुख्य पाइप लाइन पड़ी - 110 किमी.
टेस्टिंग हो चुकी - 70 किमी.
यहां चल रही टेस्टिंग- किदवईनगर, बर्रा, फूलबाग, कृष्णानगर, जाजमऊ, वाजिदपुर
घरेलू पाइप लाइन- 17 सौ किमी.
अब तक टेस्टिंग हुई- 525 किमी.
अब तक लीकेज हुए - 550
जलापूर्ति में समय- चार माह (लीकेज कम होने पर)
चरणबद्ध तरीके से टेस्टिंग न होने का नतीजा
चरणबद्ध तरीके से टेस्टिंग होती तो शायद यह बड़े हादसे नहीं होते। अगर एक-एक करके पाइपों की टेस्टिंग होती रहती तो लीकेज ठीक होते जाते और सड़क भी बार-बार न धंसतीं।