ऑक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी करने वालों की लोकेशन पर बाबूपुरवा पहुंची क्राइम ब्रांच तो नंबर बंद
इंटरनेट मीडिया पर वाट्सएप और फेसबुक पर मदद का झांसा देकर आक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी करने वालों को कानपुर पुलिस तलाश रही थी। लोकेशन के आधार पर बाबूपुरवा में पुलिस के पहुंचने से पहले ही शातिर फरार हो गए।
कानपुर, जेएनएन। समाजसेवा का झांसा देकर इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लोगों को फंसाने और आक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी के मामलों की क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है। किदवई नगर, बाबूपुरवा, नौबस्ता और बर्रा पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम भी शातिरों की धरपकड़ में लगी है। मंगलवार को भी क्राइम ब्रांच की टीम लोकेशन तलाशते हुए बाबूपुरवा पहुंची, लेकिन पुलिस से एक कदम आगे चल रहे शातिर ने वहां पहुंचने से पहले ही मोबाइल बंद कर दिया। इससे टीम उसके सटीक ठिकाने तक नहीं पहुंच सकी। हालांकि क्राइम ब्रांच टीम को सफलता मिल ही गई और न्यूज चैनल के एमडी समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल कुछ साक्ष्यों के आधार पर सामने आया था कि शातिर आक्सीजन के लिए परेशान लोगों को मदद का भरोसा देकर जाल में फंसाते हैं और फिर 55 से 65 हजार रुपये में आक्सीजन सिलिंडर बेचते हैं। इनकी धरपकड़ के लिए क्राइम ब्रांच ने शातिर का मोबाइल फोन सर्विलांस पर लगाया और लोकेशन ट्रेस करते हुए टीम बाबूपुरवा तक पहुंची, तभी मोबाइल बंद हो गया। इसके बाद टीम वापस लौट आई। बाद में पुलिस ने न्यूज चैनल के एमडी समेत चार लोगों को गिरफ्तार करके ऑक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी किए जाने का राज फाश कर दिया।