सेना के हधियार बने टेककृति की शान
जागरण संवाददाता, कानपुर : सेना के अत्याधुनिक हथियार टेककृति की शान बने। शुक्रवार को क
जागरण संवाददाता, कानपुर : सेना के अत्याधुनिक हथियार टेककृति की शान बने। शुक्रवार को कार्यक्रम स्थल पर असम रेजीमेंट ने हथियारों की प्रदर्शनी लगाई। उनकी ताकत, रेंज, तकनीक, मारक क्षमता आदि ने लोहा मनवाया। छात्र, वैज्ञानिक, फैकल्टी और स्टाफ ने हथियारों के बारे में जानकारी ली। उसके संग फोटो भी खिंचवाई।
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ऑटोमेटिक ग्रेनेड लॉन्चर पर टिकी नजरें
प्रदर्शनी में रूस के बने 30 एमएम ऑटोमेटिक ग्रेनेड लॉन्चर-17 पर लोगों की नजरें टिकी रहीं। नायब सूबेदार रजतकांती बर्मन ने बताया कि इसका वजन 30 किलोग्राम होता है। यह 1700 मीटर तक मार कर सकती है। इसका निकला गोला आठ मीटर के रेडियस तक सबकुछ नष्ट कर सकता है। इसे अत्यधिक ऊंचाई पर भी ले जा सकते हैं। सेना के किसी भी वाहन पर आसानी से इंस्टॉल हो सकता है।
एक मिनट में निकलती 1000 गोलियां
रूस के बने 7.62 एमएम एमएमजी ऑटोमेटिक गन को उठाकर देखने के लिए हर कोई बेताब रहा। यह एक मिनट में 600 से 1000 तक गोलियां बरसाती है। एक बेल्ट में 235 गोलियां आती हैं, लेकिन बेल्ट की संख्या बढ़ाई जा सकती है। 1800 से 3000 मीटर की रेंज है। 3900 मीटर अब तक की सर्वाधिक दूरी है।
हाथों से उठाकर देखा रॉकेट लांचर
प्रदर्शनी में लोगों ने स्वीडन मेड 84 रॉकेट लांचर एमके 11 को हाथों में उठाकर देखा। यह 14.2 किलो का था। उसके साथ ही रात को देखने वाले नाइट साइट कैमरा भी आकर्षण का केंद्र रहा।
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कानपुर में बना केएम ब्रीज एशिया में होता सप्लाई
कानपुर ऑर्डिनेंस पैराशूट फैक्ट्री के उपकरण भी प्रदर्शनी में रखे गए। नोडल अधिकारी हेमंत निगम, एमसीएम संजय श्रीवास्तव ने बताया कि शहर से केएम ब्रीज पूरे एशिया में सप्लाई होता है। इससे पलक झपकते ही नदियों में कृत्रिम पुल तैयार हो सकता है। टैंक और सेना के अन्य भारी वाहनों को नदी के एक किनारे से दूसरी ओर लाया ले जाया जा सकता है। पहाड़ों पर भी ब्रिज के रूप में इस्तेमाल होता है।
न्यूक्लियर हमले झेलने में सक्षम सूट
प्रदर्शनी में न्यूक्लियर हमले से बचाव के लिए खास तरह का सूट रखा गया। पैराशूट फैक्ट्री के अधिकारियों ने दावा किया कि इसके अंदर चारकोल और अन्य पदार्थ रहते हैं। दस्ताने, मॉस्क और पूरी किट आती है। फाइटर प्लेन के रनवे पर रोकने के लिए ब्रेक पैराशूट भी प्रदर्शनी में रखे गए। इसे मिराज, सुखोई, मिग 21 विमानों की लैंडिंग के दौरान इस्तेमाल में लाया जाता है।