Water Conservation: जल प्रहरी की ये बात बांध लो गांठ, इनका मोबाइल का स्टेटस भी करता है जागरूक
कानपुर शहर में सहेज लो हर बूंद अभियान से लोग जुड़ रहे हैं और सराहना भी हो रही है। जल प्रहरी बनकर महिलाएं भी पानी बचाने के लिए एक दूसरे की सहचर बनीं हैं। वाट्सएप और सोशल मीडिया के प्लेटफार्म से जागरूकता फैला रही है।
कानपुर, जेएनएन। जल से कल को बचाने के लिए महिलाएं एक दूसरे की सहचर बन रहीं हैं। मोबाइल पर स्टेटस लगाकर दूसरों को संदेश दे रहीं हैं कि किस तरह से पानी को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है। घर बैठे दैनिक जागरण के सहेज लो हर बूंद अभियान को अमली जामा पहना रहीं हैं।
-जल संरक्षण के लिए हम सुधरेंगे - जग सुधरेगा की तर्ज पर घर से ही सभी को पानी बचाने की मुहिम शुरू करनी चाहिए। तभी पानी का महत्व हम समझेंगे। आरओ के पानी से ही घर के काफी काम हो जाते हैं। पहले इसको फेंक दिया जाता था। दोस्तों और रिश्तेदारों में पानी को बचाने को लेकर जागरूकता लाने का प्रयास करती रहती हूं। -मोहिता चतुर्वेदी, गंगा नगर हाउसिंग सोसाइटी
-आरओ के पानी का इस्तेमाल पौधों में डालने के लिए करती हूं। एसी का पानी बोतल में भरकर रखती हूं, उसको इनवर्टर में डालती हूं। बारिश के पानी का भी प्रयोग करती हूं। घर में भी सभी को पानी बचाने के लिए प्रेरित करती हूं। -पूजा जायसवाल, दीनदयाल नगर
-घर में पानी बचाने के साथ ही लॉकडाउन के समय अपनी सहेलियों , रिश्तेदारों और मिलने वालों को मोबाइल से बातचीत के दौरान पानी बचाने के लिए प्रेरित करतीं हूं। दैनिक जागरण का यह अभियान सराहनीय है। इसके माध्यम से लोगों को पानी न होने वाले संकटों के बारे में बताती हूं, ताकि लोग चेत जाएं। -ज्योति मिश्रा, रतन लाल नगर
-पानी अनमोल है। अभी सब लोग ऑक्सीजन के लिए परेशान हैं। ऐसा ही रहा तो फिर पानी के लिए जूझना पड़ेगा। वर्षा के पानी का उपयोग बैटरी मे करती हूं। आरओ के पानी का उपयोग बरतन धोने और पौधों मे करती हूं। बच्चों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करती हूं। -वर्षा पांडे, चावल मंडी
दैनिक जागरण का सहज लो हर बूंद अभियान सराहनीय है। वाटर प्यूरी फायर सिस्टम से निकलने वाले पानी से पूरे घर की सफाई और अन्य कामों में प्रयोग करती हूं। अपने घर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगा रखा है, जिससे वर्षा का जल का पूरा संचय हो जाता है। इससे भूगर्भ जलस्तर लेवल सामान्य रहता है। -चितवन सुलेखा, सिविल लाइंस
-दैनिक जागरण में सहेज लोग हर बूंद अभियान देखने के बाद अब एक-एक बूंद पानी बर्बाद नहीं होने देती हूं। आरओ का पानी बचाकर अब उसको घर के कामों में प्रयोग करती हूं। वाङ्क्षशग मशीन से निकलने वाले पानी से घर के फर्श और वाहन को साफ करती हूं। साथ ही बाल्टी में भरकर पानी का प्रयोग करती हूं। -रतना पांडेय, किदवईनगर