सीसामऊ नाले के दूसरे हिस्से को बंद करने का काम शुरू
ऐतिहासिक सीसामऊ नाले का बचा दूसरा हिस्सा बंद करने के लिए जल निगम ने वीआइपी रोड पर चैनल डालने का काम शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, कानपुर: ऐतिहासिक सीसामऊ नाले का बचा दूसरा हिस्सा बंद करने के लिए जल निगम ने वीआइपी रोड पर चैनल डालने का काम शुरू कर दिया है। साथ ही बिजली कनेक्शन के लिए पैनल लगाया जा रहा है। फिलहाल कनेक्शन न जुड़ा होने के कारण जेनरेटर से पंपिंग स्टेशन की मोटर चेक की जा रही हैं।
नमामि गंगे परियोजना के तहत 31 अक्टूबर 2018 से सीसामऊ नाला गंगा में गिरने से रोक दिया जाएगा। इसके लिए जल निगम द्वारा भैरोघाट चौराहे पर वीआइपी रोड में छह करोड़ क्षमता वाले पंपिंग स्टेशन का निर्माण कराया जा रहा है। साथ ही ग्वालटोली से रिवर साइड पावर हाउस की तरफ आ रहे सीसामऊ नाले के छोर को लोहे के चैनल लगाकर बंद किया जा रहा है। इसके अलावा दूसरा चैनल लगाकर सीवर लाइन के माध्यम से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट जाजमऊ में दूषित पानी शोधन के लिए भेजा जा रहा है। पंपिंग स्टेशन चालू होने के बाद नाला बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में शोधन के बाद पानी गंगा में गिरेगा।
जल निगम के महाप्रबंधक आरके अग्रवाल ने बताया कि बिजली कनेक्शन के लिए पैनल लगाकर ट्रांसफार्मर को जोड़ने का काम किया जा रहा है। 27 अक्टूबर तक काम पूरा हो जाएगा। फिलहाल जेनरेटर से काम चलाया जा रहा है। हर हाल में 31 अक्टूबर तक सीसामऊ नाले का दूषित पानी गंगा में गिरने से रोका जाएगा।
नाले का एक हिस्सा बकरमंडी पर बंद हो चुका
सीसामऊ नाला का एक हिस्सा जुलाई 2018 को बकरमंडी के पास बंद करके बिनगवां सीवेरज ट्रीटमेंट प्लांट मोड़ दिया गया था। रोज आठ करोड़ लीटर दूषित पानी ट्रीट होकर पांडु नदी में गिर रहा है।
समय पर यह नाले बंद होगे
परमियापुरवा, नवाबगंज, डबका नाला भी 31 अक्टूबर को बंद हो जाएगा।
इनको बंद होने में लगेगा समय
म्योर मिल व गुप्तार घाट नाला बंद होने में एक पखवारा समय और लगेगा।