Vikas Dubey के कई शस्त्र अब भी पुलिस की पकड़ से दूर, सामने आया हथियारों का MP कनेक्शन
Vikas Dubey News Update पुलिस ने मुख्य आरोपित विकास दुबे समेत छह आरोपितों को एनकाउंटर में मार दिया था। विकास और उसके गुर्गों के द्वारा जिस दुस्साहसिक प्रकरण को अंजाम दिया गया उसको लेकर एडीजी अमिताभ यश ने हथियारों को मप्र में बेचे जाने की तैयारी थी ऐसा बताया है।
कानपुर, जेएनएन। Vikas Dubey News Update चौबेपुर के बिकरू गांव में दो जुलाई 2020 की रात दुर्दांत हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे व उसके साथियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था और फायरिंग कर दी गई थी। इस घटना में तत्कालीन सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। पुलिस ने मुख्य आरोपित विकास दुबे समेत छह आरोपितों को एनकाउंटर में मार दिया था। विकास और उसके गुर्गों के द्वारा जिस दुस्साहसिक प्रकरण को अंजाम दिया गया उसको लेकर एसटीएफ एडीजी अमिताभ यश ने हथियारों को मप्र में बेचे जाने की तैयारी थी ऐसा बताया है।
कई हथियारों को जंगल में छिपाने की बात आई थी सामने
एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने चार आरोपितों (शिवम दुबे, गोविंद सैनी, धर्मेंद्र उर्फ हीरू और जिलेदार ङ्क्षसह) की गिरफ्तारी के दौरान बताया था कि इन्हें रिमांड पर लिया था। पूछताछ के बाद अलग-अलग चार टीमें बनाकर आरोपितों को लेकर पुलिस बिकरू के आसपास स्थित जंगलों में गई, जहां हथियार छिपाए गए थे। एसपी ग्रामीण के मुताबिक, पुलिस टीमों ने जिलेदार की निशानदेही पर 315 बोर की एक हैंडमेड रायफल, एक जिंदा कारतूस, छह खोखे और 312 बोर के 12 खोखे बरामद किए गए थे। हीरू की निशानदेही पर उसके पिता के नाम पर जारी लाइसेंसी दोनाली बंदूक बरामद की गई थी। साथ में विभिन्न बोर के छह कारतूस व 17 खोखे बरामद किए हैं। वहीं, गोविंद सैनी व शिवम दुबे ने एक-एक तमंचा बरामद कराया। इनके ठिकानों से भी पुलिस ने कारतूस व खोखे बरामद किए थे। सभी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया था।
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STF की सक्रियता से हथियारों का निकला मप्र कनेक्शन
एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश के मुताबिक विकास दुबे के हथियार अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। वे हथियार उसके गैंग के ही कुछ लोगों के पास हैं जिन्हें बेचे जाने की कोशिश की जा रही है। विकास दुबे के छोटे भाई दीपू दुबे की स्प्रिंगफील्ड राइफल वह एक अन्य हथियार को मध्यप्रदेश के भिंड में बेचा जा चुका है। अन्य हथियारों को भी बेचे जाने की तैयारी हो रही थी कि इसी बीच एसटीएफ सक्रिय हुई और यह मामला खुल गया। एसटीएफ एडीजी के मुताबिक राम जी उर्फ राधे कश्यप ने पुलिस को बताया है कि कारतूस उसने अपने गांव में छुपा दिए हैं और विष्णु शिवम पाल व पुत्र मिश्रा को दे दिया था। इसके बाद जनवरी 2021 में संजय परिहार उर्फ टिंकू व अमन शुक्ला ने एक सेमी ऑटोमेटिक 13 फील्ड राइफल और एक डीबीबीएल इटावा भिंड रोड पर स्थित दावत रेस्टोरेंट व पेट्रोल पंप के मालिक सत्यवीर सिंह यादव उर्फ चतुरी यादव के रिश्तेदार मनीष यादव सुशील पुत्र अभिलाष सिंह ग्राम डिंडी कला, बंटी सिंह यादव को बेच दिया था।
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