Bikru Case: ईडी ने कानपुर में डाला डेरा, खंगालेगा विकास दुबे और जय की संपत्तियां
बिकरू कांड में आरोपित विकास दुबे और जय बाजपेयी की संपत्तियों की जांच के लिए पिछले तीन दिनों से जांच एजेंसी के अधिकारी रजिस्ट्री दफ्तर में जमे हुए हैं और पुलिस से भी दस्तावेजों की मांग की गई है।
कानपुर, जेएनएन। बिकरू कांड के मुख्य अभियुक्त विकास दुबे से जुड़े आर्थिक साम्राज्य को खंगालने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने कानपुर में डेरा डाल दिया है। आधा दर्जन सदस्यों वाली टीम सोमवार से कानपुर में है। रजिस्ट्री दफ्तर में विकास दुबे व जय बाजपेयी से जुड़ी संपत्तियों का ब्यौरा खंगाल रही है। चार दिनों में ईडी को महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी हैं। सामने आया है कि विकास दुबे ने अपनी तमाम संपत्तियां एक गुर्गे के नाम की हुई थी। एक और नाम सामने आया है जो जय बाजपेयी का करीबी है।
विकास दुबे और जय बाजपेयी से जुड़ी 139 संपत्तियों का विवरण अकेले सौरभ भदौरिया ने ईडी और अन्य जांच एजेंसियों को सौंपा था। इसके अलावा जांच में विकास दुबे के 13 बैंक खातों के बारे में ईडी को जानकारी मिली है। इन खातों से लाखों रुपये के लेनदेन हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक विकास दुबे और जय बाजपेयी के अलावा दो और नामों से जुड़ी संपत्तियों की जांच हो रही है। अब तक जांच में पता चला है कि गुमटी नंबर पांच निवासी एक युवक के नाम पर ही विकास ने सबसे अधिक संपत्तियां खरीदी थीं।
फर्जीवाड़ा करते हुए युवक ने अपने सभी दस्तावेजों में पता बिकरू दर्शाया है। माना जा रहा है कि सभी फर्जी दस्तावेज बनवाने में विकास ने मदद की थी। जय के एक करीबी का नाम सामने आया है। इसके जरिए ही विकास व जय तक हथियारों की खेप पहुंचती थी। यह व्यक्ति भी बिकरू कांड में सलाखों के पीछे है। इसने भी कई संपत्तियां बना रखी है। ईडी की टीम ने रजिस्ट्री दफ्तर से कई बड़े सुबूत जुटा लिए हैं।
पुलिस से भी लिए तमाम दस्तावेज
ईडी ने पुलिस ने भी कई दस्तावेज लिए हैं, जिसमें बिकरू कांड में दर्ज चार्जशीट का पूरा ब्यौरा सबसे प्रमुख है ताकि पता लगाया जा सके कि किस व्यक्ति की क्या भूमिका थी।