Bikru Case: विकास दुबे के दाहिने हाथ रहे गुड्डन त्रिवेदी के दो शस्त्र लाइसेंस निरस्त, फेसबुक पर वायरल हुई थी फोटो
चौबेपुर के बिकरू में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में शामिल रहे आरोपित विकास दुबे को कारतूस और हथियार मुहैय्या कराने के आरोप में अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी को एसटीएफ ने मुंबई से गिरफ्तार किया था।
कानपुर, जेएनएन। चौबेपुर के बिकरू में दो जुलाई की रात दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमला करके सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले में मुख्य आरोपित विकास दुबे के कभी दाहिना हाथ रहे जिला पंचायत सदस्य अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी के दो शस्त्र लाइसेंस को डीएम ने निरस्त कर दिए हैं। बिकरू कांड में आरोपित गुड्डन को मुंबई से एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था और कोर्ट में पेश किए जाने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। असलहों के साथ उसके कई फोटो भी वायरल हुए थे।
बिकरू कांड के मुख्य आरोपित रहे विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद सहआरोपित रहा अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी यूपी छोड़कर मुंबई फरार हो गया था। पुलिस उसकी बहुत तलाश कर रही थी, आरोप है कि बिकरू में पुलिस कर्मियों पर हमले के समय गुड्डन भी शामिल था। कानपुर देहात के कुढ़वा शिवली निवासी अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी जगनपुर क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य है। शरुआती दौर में गुड्डन असहले लेकर विकास दुबे की सुरक्षा में हमेशा साथ चलता था और उसका दाहिना हाथ माना जाता था। बाद में वह राजनीति में उतर गया था और जिला पंचायत सदस्य हो गया था। उसके नाम एक राइफल व एक डबल बैरल बंदूक का लाइसेंस था।
कई बार उसकी फोटो शस्त्रों के फेसबुक पर भी वायरल हो चुकी थी। बिकरू कांड के बाद उसका नाम सामने आया था। उसपर विकास को कारतूस व हथियार देने का आरोप लगा था। सूचना मिलने के बाद एसटीएफ ने मुंबई जाकर उसे गिरफ्तार किया था। उसने कोर्ट में अपने खर्चे पर मुंबई से कानपुर जाने का आग्रह किया था, जिसपर पुलिस उसे हवाई जहाज से यहां लेकर आई थी। कानपुर देहात की कोर्ट में पेश किए जाने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में माती जेल भेज दिया गया था। पुलिस ने उसके शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण की रिपोर्ट दी थी, जिसपर डीएम डॉ. दिनेशचंद्र ने स्वीकार कर लिया। डीएम ने बताया कि बिकरू कांड में आराेपित अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी के नाम जारी दो शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं।