Vikas Dubey Encounter: शहीद सिपाही राहुल की बहन बोली, बलिदान के दिन ही विकास के मारे जाने से भाई की आत्मा को मिलेगी शांति
शहीद के पिता बोले- मुख्य आरोपित के मारे जाने से कम हुआ है बेटे के बलिदान का दर्द।
औरैया, जेएनएन। उज्जैन से कानपुर ले जाते समय कार पलटने के बाद भागे पांच लाख के इनामी विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने पर बिकरू में शहीद हुए पुलिस कर्मियों के स्वजन बहुत खुश हैं। विकास दुबे द्वारा एक हफ्ते पहले पुलिस पर किए गए हमले में शहीद हुए ग्राम रुरुकला निवासी सिपाही राहुल दिवाकर के स्वजनों ने विकास की मौत पर कहा कि हिस्ट्रीशीटर को उसके किए गए कृत्य का फल मिल गया। विकास की मौत से शहीद के पूरे परिवार को शांति मिली है।
राहुलके पिता ओमकार सिंह ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का एनकाउंटर होने से उनके पुत्र की शहादत का दर्द कुछ कम हुआ है। शहीद के पिता ने कहा कि शासन की की कार्रवाई पर उन्हेंं पूरा भरोसा है। जो हुआ है अच्छा हुआ है और जो आगे होगा वह भी अच्छा होगा। वहीं शहीद सिपाही राहुल की बहन ने कहा कि जिस दिन उनके भाई की मौत हुई थी उसके ठीक सात दिन बाद उस घटना के मुख्य आरोपित को भी पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया, इससे भाई की आत्मा को शांति मिलेगी। बहन नंदिनी ने बताया कि जिस तरह से विकास दुबे उज्जैन तक पहुंचा था उसी तरह से वापस लाकर उसे मौत की नींद सुलाया गया है, जिससे उनके परिवार का दर्द कुछ कम हुआ है। कहा कि घटना में शामिल अन्य आरोपितों पर भी ऐसी ही कार्रवाई की जाए, जिससे आने बाले समय मे कोई भी दबंग ऐसा करने का दुस्साहस न करे ।
घटना में शामिल अन्य लोगों को भी मिले सजा
घर मे शांति हवन की तैयारियां चल रही थी सभी लोग उसी में व्यस्त थे इसी बीच खबर आई कि विकास दुबे मारा गया है। सभी लोग एक दूसरे से जानकारी लेने लगे। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के हमले में शहीद हुए सिपाही राहुल की वीरांगना पत्नी दिव्या भारतीय ने बताया कि मुख्य आरोपित के एनकाउंटर होने से उनके दर्द को भुलाया नही जा सकता है, लेकिन विकास की दर्दनाक मौत से गम कुछ हल्का हुआ है। दिव्या ने घटना में शामिल अन्य आरोपितों की भी जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।