Vikas Dubey Case : सामने आईं जय बाजपेयी और उससे जुड़ी कई फर्म, एक पत्नी के भी नाम
जीएसटी में है पंजीकरण जांच हो कई राज होंगे पर्दाफाश।
कानपुर, जेएनएन। जय बाजपेयी और उससे जुड़ें लोगों की तमाम कारोबारी फर्में सामने आई हैं। दैनिक जागरण को जो दस्तावेज मिले हैं, उसमें दो फर्म जय बाजपेयी, एक उसकी पत्नी श्वेता बाजपेयी के नाम हैं, जबकि तीन फर्में उसके करीबी सहयोगियों की हैं। अनुमान है कि इसके अलावा भी कई फर्म हैं, जिनसे कारोबार किया जा रहा था। वहीं अगर इन सभी फर्म की जांच हो तो जय बाजपेयी से जुड़े कई नए तथ्य सामने आ सकते हैं।
जय ने अभी तक नहीं बताया है आय का साधन
जय बाजपेयी ने अब तक की जांच में अपनी आय के साधन का खुलासा नहीं किया है। दैनिक जागरण को जय बाजपेयी से जुड़ी जीएसटी में पंजीकृत तीन फर्म की जानकारी मिली हैं। 2017 में जयकांत बाजपेयी के नाम लक्ष्मी इलेक्ट्रॉनिक्स पंजीकृत है। मकान नंबर 107-298 में पंजीकृत इस फर्म में इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की खरीद फरोख्त होती है। इसके अलावा जय बाजपेयी के ही नाम मकान नंबर 107-299 पर पंजीकृत अक्षय इंटर प्राइजेज के नाम से एक फर्म है। इस फर्म में हैडलूम, टेक्सटाइल क्लॉथ और वर्क कांट्रेक्ट के कार्यों का किया जाना दर्ज है।
तीसरी फर्म जय बाजपेयी की पत्नी श्वेता बाजपेयी के नाम है, जो कि लक्ष्मी कार एसेसरीज के नाम से मकान नंबर 111-481 हर्ष नगर पर पंजीकृत है। यह फर्म 13 जून 2019 को पंजीकृत कराई गई थी। इसके अलावा जय बाजपेयी के करीबियों की तीन अन्य फर्म के बारे में भी जानकारियां मिली हैं। अगर पुलिस या आयकर विभाग इन फर्म में लेनदेन को खंगाले तो बड़े राज सामने आने की संभावना है। जय बाजपेयी के खिलाफ शिकायतकर्ता बने सौरभ भदौरिया ने बताया कि उन्होंने जय से जुड़ी फर्म व अन्य संपत्तियों का ब्योरा जुटाया है। वह सभी जानकारियां एसआइटी, न्यायिक आयोग और ईडी को देंगे।