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Vikas Dubey Case: स्कूल की टीसी में खुलासा, विकास दुबे का साथी प्रभात मिश्रा था बालिग

Vikas Dubey Case एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया विकास दुबे का शार्प शूटर प्रभात उर्फ कार्तिकेय नाम बदल कर फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे शिक्षा ग्रहण कर रहा था।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 04:44 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 04:45 PM (IST)
Vikas Dubey Case: स्कूल की टीसी में खुलासा, विकास दुबे का साथी प्रभात मिश्रा था बालिग
Vikas Dubey Case: स्कूल की टीसी में खुलासा, विकास दुबे का साथी प्रभात मिश्रा था बालिग

कानपुर, जेएनएन। दुर्दांत बदमाश विकास दुबे के गैंग के शातिर शूटर प्रभात मिश्रा की उम्र को लेकर चल रहे तमाम कयास गुरुवार को थम गए। दो स्कूलों में शिक्षा लेने वाला प्रभात मिश्रा नाबालिग नहीं बालिग था। उसके स्कूल की टीसी से उसकी उम्र का पता चल गया है।

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फरीदाबाद से वापसी के समय कानपुर के पनकी थाना क्षेत्र में आठ जुलाई को एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया विकास दुबे का शार्प शूटर प्रभात उर्फ कार्तिकेय नाम बदल कर फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे शिक्षा ग्रहण कर रहा था। वह एक साथ एक ही सत्र में दो स्कूल से पढ़ाई कर रहा था। उसके बालिग तथा नाबालिग होने की चर्चा के बीच पुलिस की जांच में साफ हुआ कि उसने दोनों स्कूल में अलग-अलग अंक पत्र और टीसी लगाई गई थी। जिसमें नाम और जन्मतिथि अलग-अलग है। इसके बाद हाईस्कूल के जो प्रमाण पत्र मिले हैं, उसमें प्रभात का नाम काॢतकेय लिखा हुआ है। अब पता चला है कि प्रभात के तीन नाम थे शानू, प्रभात और काॢतकेय। यह तीन नाम क्यों थे। इसका जवाब किसी के पास नहीं है।

कानपुर में बिल्हौर के सीओ संतोष सिंह ने बताया कि जांच में उसकी हर बात का पता चल गया है। कानपुर के प्राथमिक विद्यालय, बिकरू में प्रभात मिश्रा की जन्मतिथि अगस्त, वर्ष 2000 की दिखाई गई है। स्कूल की टीसी में उसकी उम्र यही लिखी हुई है। उसमें नाम प्रभात मिश्रा की जगह शानू लिखा हुआ है, जबकि पिता और मां का नाम वही है। सीओ बिल्हौर संतोष कुमार सिंह ने बताया कि सभी तथ्यों को इकट्ठा किया जा रहा है।

प्रभात मिश्रा को फरीदाबाद से पकड़ा गया था। कानपुर लाए जाने के दौरान उसने भागने की कोशिश की और पनकी में मुठभेड़ में मार गिराया गया था। एनकाउंटर के बाद उसके नाबालिग होने के मामला तूल पकड़ रहा था। अब खुलासा हुआ है। इससे पता चला कि प्रभात मिश्रा नाबालिग नहीं था, उसकी उम्र 20 वर्ष थी।

परिवार के लोग चुप

प्रभात के परिवार के लोग इस पूरे मामले पर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। उम्र को लेकर जो सवाल खड़े हो रहे थे। उसमें स्थिति साफ हो गई है कि प्रभात बालिग था और कक्षा-8 की उम्र से ही विकास दुबे का साथी बन गया था। विकास दुबे के साथ गाड़ी में घूमना, उसके साथ राइफल लेकर प्रभात अक्सर देखा जाता था।  


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