न्याय मिला पर आधा, गिरफ्तारी अभी बाकी
उन्नाव: दुष्कर्म पीड़िता किशोरी के मामले में एसआइटी जाच के बाद सरकार ने मामले की जांच सीबीआइ को दे दी है।
जागरण संवाददाता, उन्नाव: दुष्कर्म पीड़िता किशोरी के मामले में एसआइटी जाच के बाद सरकार ने विधायक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया। पीड़ित परिवार इस सरकार के फैसले पर खुश होता कि उससे पहले ही डीजीपी ने प्रेस कांफ्रेंस हर कहा कि सीबीआइ जाच तक गिरफ्तारी नहीं होगी। पीडित किशोरी ने कहा कि आरोपी विधायक को पहले गिरफ्तार किया जाए। उसे बचाया जा रहा है, मेरे पिता की हत्या कर दी गई, उसके बाद हम से सरकार सवाल पर सवाल कर रही है। पिता की हत्या के बाद भी यह सवाल हो रहे हैं। अब मैं कोई सवाल का जवाब नहीं दे सकती।
किशोरी ने कहा आरोपी विधायक की गिरफ्तारी नहीं होती है तब तक हमें न्याय नहीं मिलेगा। हम लोग अभी असुरक्षित हैं। हमारे साथ कुछ भी हो सकता है, बस जब तक सुरक्षा है हमारे पास तभी तक हम सुरक्षित हैं, सुरक्षा हटते ही हमारे साथ कुछ भी हो सकता है। इसी के बाद किशोरी का रो रो कर बुरा हाल है।
वहीं पीड़िता के चाचा का कहना है कि शासन यदि पहले मुकदमा लिख लेता तो शायद मेरा भाई जिंदा होता। इस घटना में जो लोग शामिल हैं उन्हें जेल भेजा जाए। हमारा परिवार सुरक्षित नहीं है, मेरी भी हत्या हो सकती है। हमारी सुरक्षा के प्रबंध हो, फिलहाल जो सुरक्षा है वह किनते दिन रहेगी। पीडिता के चाचा का कहना है कि सरकार ने जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया मैं और मेरा परिवार संतुष्ट है लेकिन अभी गिरफ्तारी नहीं की गई। हमारी माग है कि पहले आरोपियों की गिरफ्तारी हो उसके बाद जाच हो। वरना निष्पक्ष जाच संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि वह खुलेआम घूमेंगे तो गवाह मुंह तक नहीं खोल पायेंगे। उन्होंने कहा कि विधायक के दबाव में जो फर्जी मुकदमें दर्ज हुए हैं उन्हें भी वापस लिया जाए।