चंपत राय बोले, मंदिर निर्माण के लिए ममता बनर्जी और शरद पवार के घर पर भी जाकर मांगेंगे सहयोग
कानपुर में श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निार्मण क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने कहा विदेशों में रहने वाले भारतीय श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए अपना धैर्य और सहयोग राशि सुरक्षित रखें। मकर संक्रांति से मंदिर का निर्माण शुरू हो रहा है।
कानपुर, जेएनएन। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं श्री राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने कहा है कि मकर संक्रांति से अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। एक बार निर्माण शुरू होने पर 36 से 39 माह श्रीराम मंदिर पूरा बन जाएगा। श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सहयोग अभियान की बैठक में शामिल होने आए चंपत राय ने कहा कि विदेशों में रहने वाले भारतीय अपनी सहयोग राशि और धैर्य संभाल कर रखें, जल्द ही उन्हें भी मौका मिलेगा। कहा, ममता बनर्जी, शरद पवार के घर भी जाकर सहयोग राशि मांगी जाएगी। अभियान में दल सभी के घर पर सम्मान के साथ सहयोग राशि लेगा।
सिविल लाइन स्थित एक रेस्टोरेंट में पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि विदेशों से लगातार मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि देने के लिए लोगों के फोन आ रहे हैं। विदेशों से पैसा लाने में कानूनी बाध्यताएं भी हैं और उन्हें पार भी करना है। इसके लिए लगातार प्रयास जारी हैं। उम्मीद है कि मार्च के अंत तक बहुत बातें साफ हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो कानूनी रूप से उचित नहीं हो। इसीलिए सभी एनआरआई को संदेश दिया गया है कि वह अपने धैर्य और सहयोग राशि को संभाल कर रखें और उसमें वृद्धि करें।
माघ पूर्णिमा से खत्म होगा अभियान
उन्होंने बताया कि घर-घर जाने का अभियान माघी पूर्णिमा को खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में अभी कहीं सहयोग राशि का संकलन शुरू नहीं किया गया है और न उनके पास कोई मारपीट की सूचना है। उन्होंने कहा कि माघी पूर्णिमा से घर घर जाने का यह अभियान बंद कर दिया जाएगा इसके बाद जिन लोगों को सहयोग राशि देनी होगी बैंक खातों में दे सकते हैं। हम 55 से 60 करोड़ लोगों तक जाने की योजना बना रहे हैं, इसके तहत एक एक आदमी और एक एक घर तक यह अभियान इंटरनेट मीडिया से नहीं चल सकता है। इसके लिए लोगों को खुद ही घर-घर जाना होगा। इस अभियान में तीन से चार लाख लोगों को लगाया जा रहा है।
बैंकों की शाखाएं भी कर रही संकलन
उन्होंने कहा कि लोग चांदी तक ऑफर कर रहे हैं लेकिन अभी धन की जरूरत है। जब चांदी की जरूरत होगी तो उसके लिए भी आह्वान करेंगे। उनके मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा की 46000 शाखाएं देशभर में सहयोग विधि संकलित करने के लिए हैं। कार्यकर्ताओं से यह भी कह दिया गया है कि कोई भी कार्यकर्ता 48 घंटे से ज्यादा सहयोग राशि अपने पास नहीं रखेगा। उसे बैंक में जमा करना होगा बैंक की सूचनाओं के आधार पर कार्यकर्ताओं की सक्रियता और निष्क्रियता का भी अंदाजा हो जाएगा।
चंपत राय के मुताबिक अभी सीएसआर फंड में धार्मिक कार्यों के लिए देने की व्यवस्था नहीं है। इसलिए कंपनी का धन ना दें, लोग अपनी जरूरतों को कम कर उससे सहयोग राशि दें। उनके साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संघचालक वीरेंद्र जीत सिंह, विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष राजीव महाना, विहिप के प्रांतीय मंत्री वीरेन्द्र पांडेय और प्रांतीय अभियान प्रमुख दीनदयाल गौड भी रहे।