सत्यापन का श्रीगणेश नहीं, कहां से देंगे दो लाख छात्रों को राशि, 25 मई को जारी किया था आदेश
वास्तविक स्थिति यह है कि अभी तक इस काम का श्रीगणेश ही नहीं हुआ। अब तय समय तक अफसर कर्मी व शिक्षक सत्यापन का काम पूरा कर लेंगे यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। वहीं स्कूल महानिदेशक ने 25 मई को आदेश जारी किया था
कानपुर, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर विभाग की पहले ही खूब किरकिरी करा चुके हैं। अब नया मामला छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के खातों के सत्यापन का। जिस पब्लिक फंड मैनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएस) के द्वारा इस सत्र से छात्रों को यूनिफार्म, जूता-मोजा, स्कूल बैग की राशि आनलाइन ट्र्रांसफर की जानी है, उसमें जिले के लगभग दो लाख छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के खातों की जानकारी अपलोड की जानी थी। भले ही, शासन ने इसके लिए 30 जुलाई तक का समय दिया हो, मगर वास्तविक स्थिति यह है कि अभी तक इस काम का श्रीगणेश ही नहीं हुआ। अब, तय समय तक अफसर, कर्मी व शिक्षक सत्यापन का काम पूरा कर लेंगे, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। वहीं, स्कूल महानिदेशक ने 25 मई को आदेश जारी किया था।
सत्यापन के लिए इस प्रक्रिया को पूरा करना होगा : जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि प्रेरणा पोर्टल पर सबसे पहले प्रधानाध्यापक खातों की जानकारी को सत्यापित कर खंडशिक्षाधिकारी को प्रेषित करेंगे। खंड शिक्षाधिकारी की ओर से फार्म बीएसए को बढ़ाया जाएगा, फिर बीएसए द्वारा सहायक लेखाधिकारी को फार्म फारवर्ड होगा। सहायक लेखाधिकारी द्वारा अंतिम रूप से सत्यापन किया जाएगा।
इनका ये है कहना
- सोमवार से छात्रों के सत्यापन का काम शुरू करा देंगे। एक जुलाई से जब शिक्षक स्कूल आएंगे तो इसी काम को प्राथमिकता पर करवाएंगे, जिससे समय से काम पूरा हो जाएं। - डा.पवन तिवारी, बीएसए