मानसून की बेरुखी से महंगी हो रहीं सब्जियां
शहर की बड़ी मंडियों में दिख रही रहीं गिनी-चुनी ही सब्जियां
जागरण संवाददाता, कानपुर : कम बारिश इस बार फिर आम आदमी की जेब को भारी करने वाली है। मानसून में हो रही देरी के कारण अधिकांश सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिली है। व्यापारियों का कहना है कि कम बारिश व तेज धूप के कारण बाजार में सब्जियों की कमी रहती है। तेज धूप में इनके सूख जाने के कारण दुकानदार थोक में सब्जी खरीदने से कतरा रहे हैं। शहर के प्रमुख सब्जी मंडियों में गिनी -चुनी सब्जियां ही देखी जा रही हैं। वहीं, महिलाओं की मानें तो इस सीजन में कई सब्जियों के दाम में गिरावट आती ही है।
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सब्जी: एक सप्ताह पहले अब
टमाटर 40 रुपये किलो 50
भिंडी 30 40
परवल 40 60
तरोई 20 40
करेला 60 85
बैंगन 30 35-40 गोभी 40 50-55
मिर्चा 40 60 पालक 20 25-30
कद्दू 20 30
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इन सब्जियों के दामों में स्थिरता
केला, पपीता, नीबू, शिमला, डिंडा, आलू व प्याज के रेट में कोई खास अंतर नही है, मूल्य स्थिर हैं।
'मानसून में देरी के कारण बाजार में सब्जी के दाम बढ़ना आम बात है। पिछले दो सप्ताह से कुछ सब्जियों के दाम में 5 से 10 रुपये किलो की वृद्धि हुई है। बारिश न होने व तपिश के कारण महंगी सब्जियों के सूखने के कारण फुटकर व्यापारी अपनी मर्जी से कुछ रेट बढ़ा लेते हैं।'
- सुनील मिश्रा, थोक व्यापारी शास्त्री नगर बाजार