कानपुर पहुंची वंदे भारत एक्सप्रेस, रेल मंत्री ने कहा-दुख की घड़ी है पर चलते रहना है
पहली इंजन रहित ट्रेन को करीब से देखने के लिए स्कूली बच्चों और लोगों ने भव्य स्वागत किया।
By AbhishekEdited By: Published: Fri, 15 Feb 2019 04:32 PM (IST)Updated: Fri, 15 Feb 2019 04:32 PM (IST)
कानपुर, जेएनएन। देश की पहली इंजन रहित और सबसे तेज दौडऩे वाली वंदे भारत एक्सप्रेस पहले सफर पर शुक्रवार दोपहर जब कानपुर पहुंची तो भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्रेन को बेहतरीन बताया लेकिन कहा कि देश में दुख की घड़ी है पर चलते रहना है।
शुक्रवार पूर्वाह्न नई दिल्ली स्टेशन से वाराणसी के लिए रवाना हुई वंदे भारत एक्सप्रेस दोपहर 3:24 बजे सेंट्रल स्टेशन पहुंच गई। ट्रेन में सवार होकर रेल मंत्री पीयूष गोयल और सांसद मुरली मनोहर जोशी भी आये। कार्यक्रम में रेल मंत्री ने कहा कि देश में दर्दनाक घटना हुई है। हमारे जवानों की शहादत बेकार नहीं जाने दी जाएगी, सीमा पर जवान मुंहतोड़ जवाब देंगे। शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखने के बाद उन्होंने कहा कि आतंकी घटना से हर देशवासी दुखी है लेकिन हमें अपने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए देश को गति देनी है।
रायबरेली में बनेंगे ट्रेन के कोच
मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत बनी है। इसमें अलग अलग डिब्बे नहीं, बल्कि पूरी एक ट्रेन है। उन्होंने ट्रेन के कोच रायबरेली में बनवाने की घोषणा भी की। यहां पर रेल राज्यमंत्री राजेन गोहाई, सांसद सुखराम सिंह यादव, महापौर प्रमिला पांडेय, कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, सतीश महाना और सत्यदेव पचौरी भी थे।
कुछ भी करें आतंकी, भारत रुकने वाला नहीं : जोशी
सांसद डॉ मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि 44 जवानों की शहादत ने झकझोर दिया है। मगर, प्रधानमंत्री कह चुके हैं कि अब देश में ऐसी घटनाएं नहीं होने दी जाएंगी। जोशी ने कहा कि आतंक के खिलाफ हमें एकजुट होना है, देश बचेगा तो पार्टियां बचेंगी और तभी चुनाव होंगे और देश आगे बढ़ेगा। आतंकी कुछ भी सोचते हैं लेकिन ये देश रुकने वाला नहीं है।
सरकार तक पहुंचा रूहेलखंड के लिए ट्रेन का मामला
सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने सरकार की योजनाएं गिनाईं। साथ ही जागरण द्वारा उठाए गए कानपुर से रुहेलखंड के लिए ट्रेन के मुद्दे का भी जिक्र किया। कहा, इसके लिए रेल मंत्रालय को पत्र लिख दिया है।
ट्रेन देखने के लिए पहुंचे लोग
ट्रेन को देखने के लिए प्लेटफार्म पर भारी भीड़ के साथ भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा रहा। ट्रेन के स्वागत के लिए भव्य तैयारी की गई थी और उसे देखने के लिए विशेष व्यवस्था की गई। आमजन उसे अच्छी तरह से देख लें, इसके लिए ट्रेन 40 मिनट का ठहराव दिया गया। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म टिकट नहीं लिया यगा। 16 फरवरी की सुबह छह बजे वाराणसी से वापस लौटेगी। 17 फरवरी से नई दिल्ली से इसका संचालन नियमित तौर पर शुरू होगा।
शुक्रवार पूर्वाह्न नई दिल्ली स्टेशन से वाराणसी के लिए रवाना हुई वंदे भारत एक्सप्रेस दोपहर 3:24 बजे सेंट्रल स्टेशन पहुंच गई। ट्रेन में सवार होकर रेल मंत्री पीयूष गोयल और सांसद मुरली मनोहर जोशी भी आये। कार्यक्रम में रेल मंत्री ने कहा कि देश में दर्दनाक घटना हुई है। हमारे जवानों की शहादत बेकार नहीं जाने दी जाएगी, सीमा पर जवान मुंहतोड़ जवाब देंगे। शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखने के बाद उन्होंने कहा कि आतंकी घटना से हर देशवासी दुखी है लेकिन हमें अपने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए देश को गति देनी है।
रायबरेली में बनेंगे ट्रेन के कोच
मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत बनी है। इसमें अलग अलग डिब्बे नहीं, बल्कि पूरी एक ट्रेन है। उन्होंने ट्रेन के कोच रायबरेली में बनवाने की घोषणा भी की। यहां पर रेल राज्यमंत्री राजेन गोहाई, सांसद सुखराम सिंह यादव, महापौर प्रमिला पांडेय, कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, सतीश महाना और सत्यदेव पचौरी भी थे।
कुछ भी करें आतंकी, भारत रुकने वाला नहीं : जोशी
सांसद डॉ मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि 44 जवानों की शहादत ने झकझोर दिया है। मगर, प्रधानमंत्री कह चुके हैं कि अब देश में ऐसी घटनाएं नहीं होने दी जाएंगी। जोशी ने कहा कि आतंक के खिलाफ हमें एकजुट होना है, देश बचेगा तो पार्टियां बचेंगी और तभी चुनाव होंगे और देश आगे बढ़ेगा। आतंकी कुछ भी सोचते हैं लेकिन ये देश रुकने वाला नहीं है।
सरकार तक पहुंचा रूहेलखंड के लिए ट्रेन का मामला
सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने सरकार की योजनाएं गिनाईं। साथ ही जागरण द्वारा उठाए गए कानपुर से रुहेलखंड के लिए ट्रेन के मुद्दे का भी जिक्र किया। कहा, इसके लिए रेल मंत्रालय को पत्र लिख दिया है।
ट्रेन देखने के लिए पहुंचे लोग
ट्रेन को देखने के लिए प्लेटफार्म पर भारी भीड़ के साथ भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा रहा। ट्रेन के स्वागत के लिए भव्य तैयारी की गई थी और उसे देखने के लिए विशेष व्यवस्था की गई। आमजन उसे अच्छी तरह से देख लें, इसके लिए ट्रेन 40 मिनट का ठहराव दिया गया। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म टिकट नहीं लिया यगा। 16 फरवरी की सुबह छह बजे वाराणसी से वापस लौटेगी। 17 फरवरी से नई दिल्ली से इसका संचालन नियमित तौर पर शुरू होगा।
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