विदेश में नौकरी दिलाने का शुल्क बढ़ाएगा यूपीएफसी
उप्र वित्तीय निगम (यूपीएफसी) प्रबंधन विदेशों में नौकरी दिलाने के लिए अपने पंजीकरण शुल्क में बढ़ोत्तरी की तैयारी कर रहा है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : उप्र वित्तीय निगम (यूपीएफसी) प्रबंधन विदेशों में नौकरी दिलाने के लिए अपने पंजीकरण शुल्क में बढ़ोत्तरी की तैयारी कर रहा है। कितना शुल्क बढ़ाया जाए यह जल्द ही तय कर लिया जाएगा और फिर बोर्ड बैठक में इसे मंजूरी दी जाएगी।
केंद्रीय प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय की तरफ से यूपीएफसी को विदेशी नियोजन भर्ती एजेंसी का लाइसेंस पिछले साल दिया गया था। निगम शिक्षित और विभिन्न ट्रेडों में दक्ष युवा युवतियों को विदेश में नौकरी दिलाने का कार्य कर रहा है। निगम को एजेंसी का दर्जा देने के पीछे बड़ी वजह रही युवाओं को विदेश में शोषण से बचाना। इस उद्देश्य में प्रबंधन कुछ हद तक सफल भी हुआ है। अब तक सैकड़ों युवा युवतियों को विदेश भेजा जा चुका है। अभी गल्फ कंट्री में ही नौकरी दिलाई जा रही है जल्द ही अमेरिका, इटली, जापान, जर्मनी आदि देशों में भी निगम युवाओं को भेजेगा। एक अफसर के मुताबिक अब विभिन्न तरह के पंजीकरण शुल्क बढ़ाने के साथ ही यह कोशिश होगी कि कौशल विकास मिशन के तहत युवाओं को प्रशिक्षण भी दिलाया जाए। केंद्र और प्रदेश सरकार ज्यादा से ज्यादा युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में दक्ष बनाने के लिए ही कौशल विकास मिशन योजना चला रही है।
अभी पंजीकरण शुल्क
पंजीकरण की तिथि से दो साल तक के लिए पंजीकरण होता है। विभिन्न ट्रेड के लिए अलग- अलग शुल्क है। नवीनीकरण के लिए दो सौ रुपये शुल्क निर्धारित है। दो माह तक विलंब होने पर 250 रुपये अतिरिक्त शुल्क देना होता है। अब इसमें बढ़ोत्तरी होना लगभग तय है। कार्य के अनुसार शुल्क (रुपये में)
कार्य क्षेत्र ऑनलाइन डाक द्वारा
अकुशल/ अर्ध कुशल श्रमिक 500 600 डिप्लोमा धारक/ स्नातक (कला/ विज्ञान/ गणित) 1000 1050 इंजीनियर्स व स्टाफ नर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ 1000 1050
एमबीबीएस डाक्टर, पोस्ट ग्रेजुएट डाक्टर 2000 2050 विदेश भेजने का शुल्क बढ़ सकता है
पंजीकरण शुल्क के अलावा विदेश में नौकरी दिलाने का शुल्क भी यूपीएफसी प्रबंधन बढ़ा सकता है। अभी यह शुल्क 20 हजार रुपये है। फिलहाल इन देशों में सेवा
यूपीएफसी प्रबंधन फिलहाल यूएई,
सऊदी अरब, कुवैत आदि देशों में नौकरी उपलब्ध करा रहा है।