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Vikas Dubey News : विकास दुबे के खास शूटर राम सिंह यादव को यूपी एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

Vikas Dubey News कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों के जघन्य हत्याकांड का फरार आरोपी राम सिंह यादव को यूपी एसटीएफ ने रविवार को गिरफ्तार किया है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 09:27 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 06:45 AM (IST)
Vikas Dubey News : विकास दुबे के खास शूटर राम सिंह यादव को यूपी एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
Vikas Dubey News : विकास दुबे के खास शूटर राम सिंह यादव को यूपी एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

कानपुर, जेएनएन। दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के एक और साथी व कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों के जघन्य हत्याकांड का फरार आरोपित राम सिंह यादव को यूपी एसटीएफ ने रविवार को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपित राम सिंह गैंगस्टर विकास दुबे के खास शूटरों में शामिल था। आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि 50 हजार के इनामी अपराधी राम सिंह यादव पुत्र छोटेलाल निवासी चौबेपुर को एसटीएफ टीम ने अकबरपुर से गिरफ्तार करने सफलता हासिल की है। इसके खिलाफ विभिन्न थानों में आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है कि वह इतने दिन कहां छिपा रहा।

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कानपुर में चौबेपुर क्षेत्र के बिकरू गांव में दो जुलाई मध्यरात्रि सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों के जघन्य हत्याकांड के एक और आरोपी को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया आरोपित राम सिंह यादव गैंगस्टर विकास दुबे के खास शूटरों में शामिल था। वह चौबेपुर थाना क्षेत्र के मदारी पुरवा का रहने वाला था। वारदात के बाद से ही वह फरार था और गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम था। वह अकबरपुर के एक डाक्टर के घर के पास किराए के मकान में छिपकर रह रहा था। एसटीएफ के इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह, सब इंस्पेक्टर शिव नेत्र और सुधीर सिंह की टीम ने दबोच लिया। 

राम सिंह यादव पुत्र छोटेलाल यादव अपने भाई शिव सिंह के स्थान पर विकास के गिरोह में शामिल हुआ था। शिव सिंह पर डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे और एक सड़क हादसे में उसकी मृत्यु हो गई थी। शिव सिंह और जिलेदार सिंह की जोड़ी पूरे क्षेत्र में आतंक के लिए जानी जाती थी। एसपी देहात बृजेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि राम सिंह से पूछताछ की जा रही है कि वह इतने दिन कहां छिपा रहा। अगर कोई आश्रत दाता सामने आता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

आधा दर्जन मुकदमों के बाद भी बना हुआ था शस्त्र लाइसेंस : एसटीएफ के हत्थे चढ़े राम सिंह यादों पर भी पुलिस की खासी कृपा थी। सूत्रों के मुताबिक विकास दुबे ने वर्ष 2007 में राम सिंह को डबल बैरल बंदूक का शस्त्र लाइसेंस जारी कराया था। शस्त्र लाइसेंस जारी होने के बाद राम सिंह के खिलाफ एक के बाद एक मुकदमे दर्ज हुए। लेकिन पुलिस ने शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए कोई कार्यवाही शुरू नहीं की। एसपी देहात डॉ बृजेंद्र श्रीवास्तव ने बताया के रामसिंह पर दोनाली बंदूक का लाइसेंस होने की जानकारी मिली है। जल्द ही इसके लाइसेंस निरस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी

अभी इनकी है पुलिस को तलाश : कानपुर के दुर्दांत अपराधी विकास दुबे भले ही एनकाउंटर में मारा गया है, लेकिल अब भी उसके कई साथी फरार है। इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें लगातार काम कर रही है। यूपी ही नहीं दूसरे राज्यों में भी छापे मारे जा रहे हैं। इसके बाद बावजूद पुलिस अभी तक सभी आरोपियों को नहीं पकड़ पाई है। विकास का भाई दीपू दुबे, राजाराम उर्फ प्रेम कुमार, शिव तिवारी, विष्णुपाल यादव उर्फ जिलेदार, रामू बाजपेई, हीरू दुबे, बउअन शुक्ला, शिवम दुबे और बाल गोविंद का पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी है। शिवम दुबे की जगह दूसरे शिवम को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। इसका नाम बाद में एफआईआर में शामिल किया गया था। पुलिस ने गोपाल के भाई गोविंद का नाम भी जांच में खोल दिया है। उसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।


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