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गोरखपुर में अभियंता की गिरफ्तारी से कानपुर के संगठन में आक्रोश, कर्मचारियों ने निर्वाचन आयोग को भेजा पत्र

पीडब्ल्यूडी एनएच के सहायक अभियंता जितेंद्र सिंह ने बताया कि सिंचाई विभाग में इंजीनियर वीरेंद्र कुमार अधिशासी अभियंता की गोरखपुर में ड्यूटी ब्रह्मपुर ब्लाक में पदेन सहायक रिटर्निंग आॅफिसर के रूप में लगायी थी। मतगणना का कार्य लगभग 40-45 घंटे तक चलता रहा।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 04:43 PM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 04:43 PM (IST)
गोरखपुर में अभियंता की गिरफ्तारी से कानपुर के संगठन में आक्रोश, कर्मचारियों ने निर्वाचन आयोग को भेजा पत्र
उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग की प्रतीकात्मक तस्वीर।

कानपुर, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन में अधिशासी अभियंता वीरेंद्र कुमार की गोरखपुर में सहायक रिटर्निंग अधिकारी के पद पर ड्यूटी थी। इस दौरान कम्प्यूटर ऑपरेटर से गलती हो गई तो डीएम ने मुकदमा दर्ज करा दिया। इसके बाद अभियंता की गिरफ्तारी हो गई। इससे कानपुर सहित प्रदेश के अभियंताओं में आक्रोश है। उप्र इंजीनियर्स एसोसिएशन द्वारा मांग की गई है अगर अभियंता को निजी मुचलके पर नहीं छोड़ा गया तो भविष्य में निर्वाचन की ड्यूटी का बहिष्कार करेंगे।

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पीडब्ल्यूडी एनएच के सहायक अभियंता जितेंद्र सिंह ने बताया कि सिंचाई विभाग में इंजीनियर वीरेंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता की गोरखपुर में ड्यूटी ब्रह्मपुर ब्लाक में पदेन सहायक रिटर्निंग आॅफिसर के रूप में लगायी थी। मतगणना का कार्य लगभग 40-45 घंटे तक चलता रहा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण के कारण कर्मचारी व अधिकारी भय के वातावरण में कार्य कर रहे थे। ऐसी स्थिति में त्रुटि भी हो सकती है। कम्प्यूटर आपरेटर से मानवीय त्रुटि हुई है। मतगणना में रिटर्निंग अधिकारी की पूरी जिम्मेदारी होती है, लेकिन प्रकरण का पर्याप्त संज्ञान लिए बिना जिला निर्वाचन अधिकारी गोरखपुर द्वारा बिना किसी जांच के पदेन सहायक रिटर्निंग अधिकारी इंजीनियर वीरेंद्र कुमार के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दी गई।

जितेंद्र ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा अभियंताओं के साथ भेदभाव करके उन्हें अपमानित किए जाने का प्रयास किया जा रहा है, जो अत्यन्त निंदनीय है। इस प्रकार की कार्यवाही से अभियंताओं में रोष व्याप्त है। प्रदेश के अभियंताओं द्वारा पूर्ण निष्ठा एवं मेहनत के साथ चुनाव ड्यूटी का निर्वहन किया गया है। जिसमें कई अभियंताओं ने अपने प्राण भी न्योछावर किये हैं। उनकी मांग है कि इं0 वीरेंद्र कुमार को निजी मुचलके पर नहीं छोड़ा जाता है तो भविष्य में प्रदेश के समस्त अभियंता चुनाव ड्यूटी का बहिष्कार करने के लिए विवश होंगे।

उप्र इंजीनियर्स एसोसिएशन द्वारा प्रकरण की जांच कराने एवं पदेन सहायक रिटर्निंग ऑफिसर इंजीनियर वीरेंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता, उप्र सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, गोरखपुर के खिलाफ कराई गयी एफआइआर को निरस्त कराये जाने के लिए राज्य निर्वाचन आयुक्त उप्र को पत्र लिखा गया है।


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