कानपुर में फर्जी एक्सचेंज चलाने वालों से मिले 151 सिमकार्ड की जांच सामने आईं चौंकाने वाली बातें
राज्य खुफिया विभाग के इनपुट के आधार पर कानपुर पुलिस ने फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश किया था और सर्विलांस टीम संचालकों से जुड़े अन्य लोगों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। इसमें नेपाल में भी समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज चलाने की बात भी सामने आ रही है।
कानपुर, जेएनएन। शहर में पकड़े गए फर्जी समानांतर एक्सचेंज चलाने वालों का नेटवर्क नेपाल, यूएस और दुबई तक फैला था। नेपाल में भी ऐसे ही फर्जी एक्सचेंज का संचालन कर रहे थे और खाड़ी देशों से आने वाली कॉल्स को डायवर्ट करके भारत में बात कराते थे। सर्विलांस टीम ने बरामद 151 सिमों की पड़ताल की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
पिछले दिनों सर्विलांस टीम और रेलबाजार पुलिस ने राज्य खुफिया विभाग के इनपुट के आधार पर फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश किया था। आरोपित सिमबॉक्स डिवाइस, राउटर, डोंगल आदि उपकरणों की मदद से खाड़ी देशों से आ रही कॉल को लोकल कॉल में बदलकर लोगों की बात कराते थे। इससे उन्हें 14 से 15 रुपये वाली एक फोन कॉल महज 15 पैसे की पड़ती थी। इसी तकनीकी की मदद से लाखों रुपये कमाते थे। गिरफ्तार सुजातगंज निवासी मो. शहनवाज और मो. जावेद की डिवाइस से बरामद फर्जी आइडी वाले 151 सिमकार्ड की कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है।
बरामद सिमकार्डों की जांच सर्विलांस टीम ने की कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। कॉल को री-रूट कराकर लोकल कॉल में परिवर्तित कर रहे फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज में अमेरिका व पाकिस्तान से भी कॉल आ रही थीं। सूत्रों के मुताबिक दुबई, कतर, पाकिस्तान, अमेरिका से कॉल आती थीं। कुछ कॉल नेपाल के नंबरों पर भी डायवर्ट की गई थीं। आशंका है कि नेपाल में भी इसी तरह के टेलीफोन एक्सचेंज हैं। सीओ कैंट सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि खुफिया विभाग की ओर से गोपनीय रूप से जांच की जा रही है। आइपी एड्रेस के जरिए भी आरोपितों के कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं। इनपुट मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।