Fight Against Coronavirus: कानपुर OEF ने बनाए 4-एम आइसोलेटेड टेंट, जानें क्या है खासियत
अरुणाचाल प्रदेश के बाद अब पंजाब और असम भेजने की तैयारी की जा रही है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस से जंग के लिए आयुध उपस्कर निर्माणी (ओईएफ) ने भी कदम बढ़ दिए हैं। यहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए कई खासियतों वाला 4-एम आइसोलेटेड टेंट तैयार किया है। अरुणाचल प्रदेश को पहले 50 4-एम टेंट भेजने के बाद अब पंजाब सरकार और असम से भी आर्डर मिला है, जिन्हें बनाकर भेजने की तैयारी की जा रही है।
खास तरह के फैब्रिक से किया तैयार
आयुध उपस्कर निर्माणी में संक्रमित रोगियों को रखने के लिए 4 एम और 2-एम आइसोलेटेड टेंट तैयार कराए जा हे हैं, यहां कवर आल सूट भी बन रहे हैं। अब तक कई प्रदेशों से इनके ऑर्डर मिल चुके हैं। इन्हें खास तरह के फैब्रिक 410 ग्राम पीकी पॉलिस्टर बेसकस जेबडाइड से तैयार किया जा रहा है। ये संक्रमण से बचाने के साथ-साथ वाटर और धूप प्रूफ भी हैं। इन्हें आसानी से कहीं भी खुले स्थान पर लगाया जा सकता है।
पंजाब सरकार और असम से भी मिला ऑर्डर
चार अप्रैल कोे अरुणाचल प्रदेश सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग को 50 4-एम टेंट की पहली खेप भेजी जा चुकी है। अब पंजाब सरकार की ओर से पुलिस कर्मियों के लिए 40 पीस 4-एम टेंट की डिमांड आई है। इसे तैयार कराया जा रहा है। 50 पीस 2-एम टेंट भी तैयारहो चुके हैं। आयुध उपस्कर निर्माणी कानपुर के जनसंपर्क अधिकारी नोमान हाफिज ने बताया है कि 4-एम टेंट की पहली खेप तैयार कर अरुणाचल प्रदेश भेजी जा चुकी है। अब पंजाब सरकार के लिए 40 पीस 4-एम टेंट तैयार कराए जा रहे हैं, असम से भी सौ टेंट का ऑर्डर मिला है।
4-एम में रखे जा सकते हैं चार मरीज
4-एम आइसोलेट टेंट में एक साथ चार मरीज और जरूरी चिकित्सा उपकरण रखे जा सकते हैं। 2-एम टेंट में एक साथ दो मरीजों को रखने की जगह है।
इसी फैब्रिक टेंट का इस्तेमाल करती है सेना
आयुव उपस्कर निर्माणी कानपुर में जिस फैब्रिक से आइसोलेटेड टेंट का निर्माण कराया जा रहा है उसी का प्रयोग सेना भी करती है।
यह है खासियत
- विशेष फैब्रिक से बना होने के कारण यह वाटरपूरूफ है और धूप से भी बचाव करेगा।
- इसमें वेंटीलेशन का खास इंतजाम है। किसी भी खुले स्थान पर लगा सकते हैं। आसानी से सैनिटाइज किया जा सकता है।
- मेटल और फैब्रिक मिलाकर 2-एम टेंट का वजन 70 किलो और 4-एम टेस्ट का वजन 90 किलो है।