Lockdown Effect: 12 लाख से घटकर पांच लाख रह गया अंडा का कारोबार, अब ऑनलाइन बिक्री की तैयारी
होमडिलीवरी वाली कंपनियों से अंडे घर पर पहुंचाने के लिए बातचीत चल रही है।
कानपुर,जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते हुए लॉक डाउन में अंडा कारोबार बीमार हो गया है। होलसेल से छोटी परचून दुकानें तक बंद होने से अंडा कारोबार रोजाना 11 से 12 लाख प्रोडक्शन से सिमट कर महज पांच से छह लाख ही रह गया है। इनमें भी बहुत बड़ा हिस्सा कोल्ड स्टोरेज में ही सुरक्षित रखना पड़ रहा है। बड़े कारोबारियों को हर दिन डेढ़ से दो लाख रुपये का नुकसान हो रहा है। अब कारोबारी नुकसान से बचने के लिए ऑनलाइन बिक्री की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए वह सामान घरों तक पहुंचाने वाली कंपनियों से बातचीत कर रहे हैं।
कानपुर में 11 बड़े अंडा कारोबारी हैं, जिनके फॉर्म घाटमपुर, बिल्हौर, अरौल, भीतरगांव, चौबेपुर, सरसौल में हैं। यहां से अंडे शुक्लागंज, उन्नाव, फतेहपुर, कन्नौज, लखनऊ तक भेजे जाते हैं। कुछ कारोबारी हैदराबाद, हरियाणा, अजमेर से भी अंडे मंगवाते हैं। सर्दियों में इनकी खपत 25 से 30 लाख पहुंच जाती है। वर्तमान में कोरोना वायरस के संRमण से खपत पर खासा असर पड़ा है। लोग अंडा और नॉनवेज से परहेज कर रहे हैं। छोटे दुकानदारों से होल सेलर और होल सेलर से डिस्ट्रीब्यूटरों के पास सेल कम होती चली गई। 22 मार्च को लॉकडाउन के बाद से कारोबारी अब अंडे कोल्ड स्टोरेज में रखवा रहे हैं।
नहीं मंगवाए चूजे, अब होगा संकट
कारोबारी हर साल मार्च-अप्रैल में लखनऊ, वाराणसी, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र से चूजे मंगवाते हैं, लेकिन इस बार अब तक नहीं मंगवा पाए हैं। लाए जाते हैं। ऐसे में आगे अंडों का संकट हो सकता है। अंडा कारोबारियों के मुताबिक मक्का, बाजरा, सोया आदि के दाम में बढ़ोत्तरी से व्यापार महंगा हो गया है। लागत बढ़ने के बावजूद बाजार में प्रतिस्पर्धा के चलते कीमत कम रखनी पड़ती हैं।
क्या कहते हैं कारोबारी
- मांग से घटी है। लागत से भी सस्ता अंडा बेचना पड़ रहा है। होम डिलीवरी के लिए कुछ डिलीवरी कंपनियों से बात चल रही है।- रोहित गेरा, कारोबारी
- अंडे को लेकर गलत धारणा बन गई है, जबकि यह प्रोटीन व विटामिन का प्रमुख स्नोत है। रोजाना अंडे मुफ्त में बंटवा रहे हैं। -जय कालरा, कारोबारी
- अंडे खराब होने से बचाने के लिए कोल्ड स्टोरेज में रखवा रहे हैं। उत्पादन भी आधा हो गया है। होम डिलीवरी भी मुश्किल है।-दीपक, कारोबारी