सफलता की उड़ान का एक ही मंत्र मेहनत, मेहनत और मेहनत : राज्यपाल
बांदा स्थित कृषि विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षा समारोह में कुलाधिपति ने छात्र-छात्राओं को आगे बढऩे का मूलमंत्र दिया।मेहनत के बाद आगे नहीं बढ़ पाता है तब भी हिम्मत न हारें।
कानपुर (जेएनएन)। राज्यपाल राम नाईक ने कहा है कि सफलता का मूलमंत्र मेहनत है। माता-पिता ने आपके पंखों को ताकत दी है, अब उडऩे का समय आ गया है। विश्व बहुत बढ़ा है और आपको आगे जाना है। आगे बढऩे का सिर्फ एक ही मंत्र है 'मेहनत, मेहनत और मेहनतÓ। यदि कोई शॉर्टकट अपनाने की कोशिश करेगा तो आगे नहीं बढ़ पाएगा। वह बांदा स्थित कृषि विश्वविद्यालय में चौथे दीक्षा समारोह में छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मेहनत करने के बाद यदि कोई आगे नहीं बढ़ पाता है तब भी हिम्मत न हारें। यदि वो आत्म निरीक्षण करेगा तो पाएगा कि कुछ न कुछ कमी जरूर रह गई है। उस कमी को दूर करके दोबारा मेहनत की जाएगी तो सफलता जरूर मिलेगी। कहा कि लक्ष्य को पाने से पहले ही जो बैठा, उसका भाग्य भी बैठ जाता है। जो सो गया उसका भाग्य सो जाता है, जो खड़ा हुआ, उसका भाग्य खड़ा हो जाता है लेकिन जो चलता रहता है, उसका भाग्य भी चलता रहता है। कार्यक्रम में विवि के कुलपति गोस्वामी, एन के बाजपेई डीएम हीरालाल, एसपी एस आनंद आदि रहें।
योगी और मोदी बढ़ाएंगे किसानों की आय : नाईक
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने बांदा कृषि विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में कहा कि किसानों के हितों का पूरा ध्यान मोदी और योगी सरकार ने रखा है। अब समय आ गया है कि कृषि क्षेत्र में भी अभूतपूर्ण परिर्वतन हो और इस दिशा में सार्थक प्रयास शुरू हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि सन् 1950 से देश में अन्न संकट रहा है। आबादी के सापेक्ष राशन नहीं पूरा हो पाता था लेकिन जनसंख्या कई गुना बढ़ चुकी है और अन्न उत्पादन में भी काफी अंतर आया है। किसानों की आय आजादी के बाद से नहीं बढ़ पा रही थी लेकिन अब उनकी दशा और दिशा में काफी सुधार हुआ है। 2022 तक किसानों का भारत कृषि क्षेत्र में संपन्न देशों में एक होगा।